धनबाद : झारखंड के धनबाद जिला स्थित विभिन्न स्वास्थ्य केंद्रों और अस्पतालों के बाहर स्वास्थ्य विभाग में कार्यरत मल्टीपर्पज हेल्थ वर्कर्स (MPW) ने अपनी मांगों को लेकर विरोध-प्रदर्शन किया। हाथों में तख्तियां लिए कर्मियों ने सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की और 11 सूत्री मांगों को पूरा करने की गुहार लगाई।
स्थायी सेवा की मांग को लेकर चरणबद्ध आंदोलन
एमपीडब्ल्यू संघ के सुजीत कुमार ने इस प्रदर्शन की जानकारी देते हुए बताया कि यह राज्य भर में स्थायी सेवा की मांग को लेकर किए जा रहे चरणबद्ध आंदोलन का हिस्सा है। उन्होंने कहा कि सरकार कई वर्षों से केवल अस्थायी सेवा के नाम पर आश्वासन देती रही है, लेकिन अब कर्मचारी आर-पार की लड़ाई के मूड में हैं। उन्होंने बताया कि इस आंदोलन के तहत चार से छह जुलाई तक काला बिल्ला लगाकर काम किया गया और सात जुलाई को तख्ती लटका कर अपना विरोध दर्ज कराया जा रहा है। उन्होंने यह भी ऐलान किया कि यदि उनकी मांगों पर ध्यान नहीं दिया गया तो 11 जुलाई को स्वास्थ्य विभाग के मुख्यालय और अपर मुख्य सचिव कार्यालय का घेराव किया जाएगा।
स्वास्थ्य सेवाएं प्रभावित, मरीज परेशान
इधर, एमपीडब्ल्यू के विरोध प्रदर्शन के कारण जिले के सभी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों में चिकित्सकीय सेवाएं बुरी तरह से प्रभावित हो रही हैं। डेंगू, मलेरिया, चिकनगुनिया समेत कई महत्वपूर्ण जांचों के लिए सैंपल तक नहीं लिए जा सके, जिससे मरीजों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है।
मुख्यालय को भेजी गई सूचना : सिविल सर्जन
इस मामले पर धनबाद के सिविल सर्जन डॉक्टर चंद्रभानु प्रतापन ने कहा कि यह मामला मुख्यालय स्तर से जुड़ा हुआ है और इसकी सूचना उच्चाधिकारियों को दे दी गई है। उन्होंने उम्मीद जताई कि जल्द ही इस समस्या का कोई समाधान निकाला जाएगा।
Also Read: Dhanbad News : IIT-ISM कॉन्फ्रेंस में UPI मॉडल की वैश्विक सराहना, फ्रांस भी अपनाने को तैयार