Diljit Dosanjh Indore Concert: हाल ही में दिलजीत दोसांझ का इंदौर में कॉन्सर्ट हुआ। जहां उन्होंने राहत इंदौरी का एक शेर पढ़ा, जिसकी बेहद चर्चा हो रही है। पंजाबी गायक-अभिनेता ने अपने कंसर्ट के दौरान बजरंग दल पर पलटवार करते हुए कहा कि अगर खिलाफ़ हैं होने दो, जान थोड़ी है। ये सब धुआ है आसमान थोड़ी है। सभी का खून है मिलकर यहाँ की मिट्टी में/किसी के बाप का हिंदुस्तान थोड़ी है। यह सिर्फ धुआं है, दांव पर आकाश नहीं। इस धरती ने सबकी कुर्बानियां देखी हैं/हिंदुस्तान किसी की संपत्ति नहीं है।
राहत इंदौरी के शेर से दिया जवाब
यह शेर इंदौर के रहने राहत इंदौरी की लिखी हुई है। अगस्त 2022 में उनका देहांत हो गया था। दिलचस्प बात यह है कि एक दिन पहले बजरंग दल की ओर से इंदौर में दिलजीत के कंसर्ट के खिलाफ पुलिस से संपर्क साधा था। उन्होंने सिंगर पर अतीत में राष्ट्र विरोधी टिप्पणी करने का आरोप लगाया और उनके शो का विरोध किया।
बजरंग दल ने किया दिलजीत का विरोध
बजरंग दल की ओर से कहा गया कि दिलजीत ने किसान आंदोलन के दौरान कई बार राष्ट्र विरोधी टिप्पणी की है। वह खालिस्तान का समर्थक भी है। हम ऐसे व्यक्ति को मां अहिल्या की नगरी में कार्यक्रम आयोजित करने की अनुमति नहीं देंगे। हमने शो को रद्द करने की मांग करते हुए प्रशासन को एक आवेदन दिया है। बजरंग दल के नेता अविनाश कौशल ने कहा कि अगर यह आयोजन फिर भी होता है, तो हम अपने तरीके से विरोध करेंगे।
नहीं परोसा गया शराब और मांसाहारी भोजन
बजरंग दल के एक अन्य नेता तन्नू शर्मा ने कहा कि हमारा विरोध ड्रग्स के सेवन के खिलाफ है, न कि कॉन्सर्ट के खिलाफ। ड्रग्स का सेवन करना हमारी संस्कृति में नहीं है, हम इसके खिलाफ हैं। हम शराब के सेवन के भी खिलाफ हैं और इस कंसर्ट में इस तरह के स्टॉल लगाए गए थे। विरोध प्रदर्शन के बाद दिलजीत के शो में न तो मांस परोसा गया और न ही शराब। इस बारे में बात करते हुए डीसीपी ने कहा कि इंदौर पुलिस कानून और व्यवस्था की स्थिति, महिला सुरक्षा और नशीली दवाओं के दुरुपयोग के मामले को गंभीरता से लेती है। हमने यहां खुले में शराब परोसने और इसके सेवन की अनुमति नहीं दी है। हम हर चीज को संज्ञान में ले रहे हैं।
कंसर्ट के बाद दिलजीत ने की महाकाल के दर्शन
मंगलवार को सफेद धोती औऱ सफेद पगड़ी पहन कर दिलजीत बाबा महाकाल की नगरी उज्जैन दर्शन के लिए पहुंचे। उन्होंने सोशल मीडिया पर इसकी जानकारी देते हुए पोस्ट शेयर किया और लिखा जय श्री महाकाल।