पटना : इस वर्ष दिवाली के त्योहार को लेकर बिहार के चार जिलों में विशेष तैयारी की गई है। बिहार सरकार ने नीतीश कुमार की अगुवाई में इन जिलों में पटाखों की बिक्री और उपयोग पर प्रतिबंध लगा दिया है। इस फैसले से यह स्पष्ट है कि इन चार जिलों में दिवाली बिना पटाखों के मनाई जाएगी। आइए जानते हैं ये जिले कौन से हैं और इस निर्णय के पीछे के कारण क्या हैं।
प्रतिबंधित जिले
बिहार सरकार ने पटना के साथ-साथ गया, मुजफ्फरपुर और हाजीपुर में पटाखों की बिक्री और उपयोग पर रोक लगाई है। इस निर्णय का मुख्य उद्देश्य वायु प्रदूषण को नियंत्रित करना है, विशेषकर त्योहारों के दौरान, जब वायु गुणवत्ता खराब होने का खतरा बढ़ जाता है।
वायु प्रदूषण की चिंता
दिवाली के दौरान पटाखों के उपयोग से उत्पन्न होने वाला धुआं वायु गुणवत्ता को काफी प्रभावित करता है। इसलिए, बिहार सरकार ने यह कदम उठाया है ताकि वायु प्रदूषण को कम किया जा सके। सरकार का मानना है कि इस निर्णय से इन चार जिलों में प्रदूषण स्तर में कमी आएगी, जो नागरिकों के स्वास्थ्य के लिए भी फायदेमंद होगा।
हरित पटाखों पर भी रोक
बिहार में केवल पर्यावरण के अनुकूल ‘हरित पटाखों’ की अनुमति देने का विचार था, लेकिन अंततः इन पटाखों पर भी रोक लगाने का निर्णय लिया गया। पटना जिला प्रशासन ने 24 अक्टूबर, 2024 को जारी एक पत्र में स्पष्ट किया है कि “दीवाली के दौरान वायु प्रदूषण को रोकने के लिए सभी प्रकार के पटाखों की बिक्री और इस्तेमाल पर प्रतिबंध लगाया गया है।” यह आदेश राष्ट्रीय हरित अधिकरण (NGT) के निर्देशों के अनुपालन में लिया गया है।
शेष बिहार में स्थिति
हालांकि, बिहार के अन्य जिलों में दिवाली पर केवल हरे या पर्यावरण के अनुकूल पटाखों का उपयोग करने की अनुमति दी जाएगी। जिला प्रशासन के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि एनजीटी के आदेश का पालन करने के लिए पटाखों की बिक्री का लाइसेंस इन चार जिलों में जारी नहीं किया जाएगा।
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