Bokaro: दिल्ली पब्लिक स्कूल (DPS) बोकारो में इस बार रक्षाबंधन का त्योहार कुछ खास और प्रेरणादायक अंदाज में मनाया गया। शुक्रवार को छात्रों ने प्राचार्य डॉ. ए. एस. गंगवार के मार्गदर्शन में रक्षाबंधन को ‘वृक्षाबंधन’ के रूप में मनाते हुए पर्यावरण संरक्षण का संदेश दिया।
इस पहल के तहत विद्यालय के छात्र-छात्राओं और शिक्षकों ने मिलकर स्कूल परिसर के पेड़ों को बड़ी राखियां बांधीं और उन्हें संरक्षित करने का संकल्प लिया। इस अनूठे आयोजन का उद्देश्य पारंपरिक मूल्यों को पर्यावरण से जोड़ना था।
‘Save Trees, Save Earth’ का संदेश दे रहे नन्हे छात्र
स्कूल के सीनियर्स स्टूडेंट्स ने जहां विभिन्न पेड़ों को राखी बांधी, वहीं प्राथमिक कक्षाओं के छोटे बच्चों ने पेड़ों को ‘मैत्री बंधन’ (Friendship Band) बांधकर ‘‘Save Trees, Save Earth’’ का संदेश दिया।
इस रचनात्मक आयोजन के माध्यम से बच्चों ने यह बताया कि प्रकृति हमारी रक्षा करती है, और उसकी रक्षा करना भी हमारा कर्तव्य है।
रक्षाबंधन थीम पर हुई प्रतियोगिताएं, उभरी बच्चों की रचनात्मकता
रक्षाबंधन के इस विशेष अवसर को और भी खास बनाने के लिए प्री-नर्सरी से कक्षा पांच तक के छात्रों के लिए राखी निर्माण और थाली सजावट प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। स्कूल प्रबंधन के अनुसार, इन गतिविधियों के माध्यम से बच्चों को पारंपरिक कला से जुड़ने और भाई-बहनों के लिए अपने स्नेह को रचनात्मक रूप से अभिव्यक्त करने का अवसर मिला।
प्राचार्य डॉ. गंगवार का संदेश: प्रकृति की रक्षा हमारी नैतिक जिम्मेदारी
कार्यक्रम के दौरान प्राचार्य डॉ. ए. एस. गंगवार ने रक्षाबंधन के प्रतीकात्मक महत्व पर प्रकाश डालते हुए कहा, रक्षाबंधन प्रेम, सुरक्षा और जिम्मेदारी का प्रतीक है। प्रकृति की रक्षा करना हर इंसान का नैतिक कर्तव्य है। उन्होंने बच्चों को पर्यावरण के प्रति सजग रहने की प्रेरणा दी और उन्हें प्रकृति के साथ आत्मीय संबंध बनाने की सीख दी।
पर्यावरण संरक्षण में अग्रणी DPS Bokaro को मिला UN-Supported Sustainable Goal Award
DPS Bokaro न केवल शिक्षा बल्कि पर्यावरण संरक्षण के क्षेत्र में भी एक उदाहरण बन चुका है। हाल ही में विद्यालय को संयुक्त राष्ट्र (UN) समर्थित Sustainable Goal Award से सम्मानित किया गया है। साथ ही, स्कूल को इसकी हरित पहलों के लिए कई Green School Awards भी मिल चुके हैं।
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