(गुमला) : शराब पीने के लिए मवेशी व जमीन बेचने से मना करने पर शराबी पुत्र ने अपने ही पिता की हत्या कर शव को गुप्त तरीके से जमीन में दफन कर दिया था। घटना जारी थाना क्षेत्र के बरवाडीह गांव की है। बरवाडीह निवासी कमलेश चीक बड़ाईक ने अपने ही पिता सुखदेव बड़ाईक को पिछले 16 अगस्त को हत्या कर दिया है
और करम टांड़ में गड्ढा खोदकर चुपचाप गाड़ दिया था। लगभग बीस दिन के बाद मामला प्रकाश में आया तब पुलिस ने कमलेश चीक बड़ाईक से पूछताछ की। पुलिस की दबिश के बाद कमलेश टूटा और सबकुछ कबूल दिया। उसके निशानदेही पर सोमवार को पुलिस ने मजिस्ट्रेट रेशमा रेखा मिंज की उपस्थित में सड़ी-गली लाश सोमवार को जमीन से खोदकर निकाला गया।
थाना प्रभारी मनीष कुमार ने बताया कि मृतक सुखदेव बड़ाईक को लंबे दिनों से गांव में नहीं देखने पर ग्रामीणों ने उसके पुत्र कमलेश से पूछताछ की। कमलेश का कहना था कि उसके पिताजी कहां गए हैं उन्हें भी जानकारी नहीं है। सभी जगह पता लगाकर हार गए। इस पर ग्रामीणों ने जारी थाना में गुमशुदगी का सन्हा दर्ज कराने के लिए कहा तब वह आनाकानी करने लगा। ग्रामीणों को शक हुआ और मामले की जानकारी थाना प्रभारी को दी।
थाना प्रभारी मनीष कुमार ने कमलेश से पूछताछ की तब अपना दोष स्वीकार करते हुए कहा कि पैसे के लिए वह मवेशी या जमीन बेचना चाह रहा था। मवेशी या जमीन बेचने से पिता ने इंकार करने पर कमलेश ने वृद्ध को एक थप्पड़ मारा। थप्पड़ लगते ही पिता जमीन पर गिरकर चोटिल होकर अचेत गए और थोड़ी देर में ही मौत हो गई। इसके बाद कमलेश ने शव को चुपके से करमटांड के समीप गड्ढा खोदकर दफना दिया। थाना प्रभारी के अनुसार पिता का हत्यारोपी कमलेश शराबी प्रवृत्ति का है। शराब पीने की जिद ने अपने पिता की ही हत्या कर दिया। आरोपित को पुलिस ने सोमवार को जेल भेज दिया और शव को पोस्टमार्टम के लिए रांची भेजा गया।
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