Ranchi : झारखंड की स्वास्थ्य व्यवस्था एक बार फिर विवादों में है। पूर्व मुख्यमंत्री भाजपा नेता चंपई सोरेन ने इस बार स्वास्थ्य विभाग पर निशाना साधा है। उन्होंने स्वास्थ्य मंत्री इरफान अंसारी को निशाना बनाते हुए सोशल साइट ‘एक्स’ पर एक ट्वीट लिखा है। चंपई सोरेन ने लिखा है कि इरफान अंसारी का नाम एनएमसी के आधिकारिक सूची में नहीं है। ऐसे में स्वास्थ्य मंत्री सरकारी अस्पतालों में जाकर किस हैसियत से मरीजों को देखते हैं और दवाएं लिखते हैं।
अगर उनकी लिखी दवा से किसी मरीज का नुकसान हो गया तो इसकी जवाबदेही किसकी होगी।
पूर्व मुख्यमंत्री चंपई सोरेन का आरोप है कि स्वास्थ्य मंत्री इरफान अंसारी अस्पतालों में जाकर नौटंकी कर रहे हैं। यह सब सोशल मीडिया, रील और प्रचार के लिए किया जा रहा है।
पूर्व सीएम ने सवाल उठाया कि जिस राज्य में मरीजों को संक्रमित खून चढ़ाए जाने की घटनाएं सामने आती हों। जहां सरकारी अस्पतालों की अव्यवस्था पर रोज खबरें छपती हों, जहां स्ट्रेचर के अभाव में खाट और बाइक पर मरीजों को लाने की तस्वीरें वायरल होती हों, वहां अगर इस तरह की चिकित्सा गतिविधि से किसी मरीज की जान चली जाए, तो उसकी जिम्मेदारी कौन लेगा?
चंपई सोरेन ने आरोप लगाया कि रिम्स की जमीन पर कब्जा कर बहुमंजिला अपार्टमेंट का निर्माण किया जा रहा है। इतनी बड़ी इमारत बिना सिस्टम की जानकारी और सहमति के कैसे बन सकती है?
उन्होंने आशंका जताई कि रिम्स की भूमि पर बंदरबांट के बाद, नगड़ी में प्रस्तावित रिम्स-2 के नाम पर आदिवासी–मूलवासी किसानों की जमीन के साथ भी ऐसा ही व्यवहार किया जाता?

