नई दिल्ली: शाहदरा में साइबर ठगों ने एक 19 वर्षीय बेरोजगार युवक को फर्जी नौकरी का झांसा देकर 9,000 रुपये की ठगी का शिकार बनाया। यूट्यूब पर जॉब है ऐप के भ्रामक विज्ञापन देखकर युवक ने कैशियर की नौकरी के लिए आवेदन किया। इसके बाद व्हाट्सएप पर एक शख्स, जो खुद को एचआर कमल बता रहा था, ने उसे 27 मई को निर्माण विहार में इंटरव्यू के लिए बुलाया।
ठग ने जेप्टो में नौकरी का वादा किया और रजिस्ट्रेशन, दस्तावेज सत्यापन, समझौता शुल्क और प्रोसेसिंग फीस के नाम पर 27 मई से 6 जून तक 9,000 रुपये ऐंठ लिए। अधिक पैसे मांगने पर पीड़ित ने इनकार किया, तो ठगों ने उसे ब्लॉक कर दिया। ठग खुद को ट्रेजर फाइंड सॉल्यूशन नामक फर्जी एजेंसी का प्रतिनिधि बता रहे थे।
पीड़ित की शिकायत पर साइबर थाना शाहदरा में 19 जून को एफआईआर दर्ज की गई। इस पर कार्रवाई करते हुए साइबर थाना शाहदरा की टीम ने एसीपी गुरदेव सिंह के मार्गदर्शन और इंस्पेक्टर विजय कुमार के नेतृत्व में जांच शुरू की। तकनीकी निगरानी से पता चला कि ठगी में शिवम और अभिषेक तिवारी के बैंक खाते इस्तेमाल हुए। मोबाइल फोरेंसिक्स से बहादुरगढ़, हरियाणा निवासी आरोपी राहुल (30) का पता चला।
पुलिस ने नोएडा और बहादुरगढ़ में छापेमारी कर राहुल को गिरफ्तार किया। उसके निर्माण विहार ऑफिस से 100 रिज्यूमे, आधार कार्ड, स्टांप और समझौता पत्र बरामद हुए। राहुल की पत्नी सीमा फरार है। पुलिस ने नागरिकों से फर्जी नौकरी ऑफर और क्यूआर कोड पेमेंट्स के प्रति सतर्क रहने की अपील की।
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