भोजपुर : बिहार के भोजपुर जिले में भारतीय जनता पार्टी (BJP) के नेता राकेश रंजन ओझा पर जानलेवा हमला हुआ है। शाहपुर थाना क्षेत्र के भरौली गांव के पास उस समय चलती गाड़ी पर अंधाधुंध फायरिंग की गई, जब वे एक तिलक (वैवाहिक कार्यक्रम) से लौट रहे थे। घटना ने एक बार फिर राज्य की कानून व्यवस्था पर सवाल खड़े कर दिए हैं।
चलती गाड़ी पर फायरिंग, बाल-बाल बचे बीजेपी नेता
भाजपा नेता राकेश रंजन ओझा ने शाहपुर थाने में दिए आवेदन में बताया कि 15 अप्रैल की शाम वे भरौली गांव में एक तिलक समारोह में शामिल हुए थे। वहां से लौटते समय, भरौली गांव के बाहर गोपी ब्रह्म बाबा स्थान के पास अचानक एक गाड़ी से शिवाजीत मिश्रा, किशुन मिश्रा, संत मिश्रा और एक अन्य युवक ने उन्हें रोका।
BJP नेता राकेश रंजन ओझा ने कहा कि किशुन मिश्रा ने राइफल से जान मारने की नीयत से फायरिंग शुरू कर दी। हमलावरों की गोलियों से किसी तरह बचते हुए राकेश ओझा की गाड़ी रुक गई और वे जान बचाकर निकल सके। हमलावर भागकर भरौली पुल की ओर निकल गए।
राजनीतिक साजिश का आरोप, प्रखंड प्रमुख ने किया विरोध
वहीं दूसरी ओर शाहपुर प्रखंड की प्रमुख संगीता देवी ने इस पूरे मामले को राजनीतिक साजिश करार दिया है। उन्होंने दावा किया कि उनके ससुर शिवाजीत मिश्रा और देवर किशुन मिश्रा को चुनावी रंजिश में झूठे मुकदमे में फंसाने की कोशिश की जा रही है। घटना की निष्पक्ष जांच होनी चाहिए। हमने एसपी, डीएसपी और डीआईजी तक आवेदन भेजा है।
— संगीता देवी, प्रखंड प्रमुख, शाहपुर
पिता की 2016 में हो चुकी है हत्या
राकेश रंजन ओझा के पिता विश्वेश्वर ओझा भाजपा के प्रदेश उपाध्यक्ष थे। 12 फरवरी 2016 को शाहपुर प्रखंड में गोलियों से छलनी कर उनकी हत्या कर दी गई थी। उस घटना के बाद परिवार की सक्रियता राजनीति में और बढ़ गई। विश्वेश्वर ओझा की रिश्तेदार मुन्नी देवी दो बार शाहपुर विधानसभा क्षेत्र से विधायक रह चुकी हैं।
पुलिस जांच में जुटी, राजनीतिक तनाव गहराया
शाहपुर थाना में आवेदन देकर राकेश ओझा ने हमलावरों की गिरफ्तारी की मांग की है। पुलिस ने मामले की तफ्तीश शुरू कर दी है, लेकिन अब तक किसी की गिरफ्तारी नहीं हुई है। घटना के राजनीतिक एंगल को देखते हुए जिला प्रशासन और खुफिया इकाइयां भी सतर्क हो गई हैं।