रांची : झारखंड की राजधानी रांची के रातू थाना क्षेत्र में फूड सेफ्टी विभाग ने गुप्त सूचना के आधार पर छापेमारी कर 4020 लीटर नकली सॉस और 960 लीटर विनेगर बरामद किया है। हैरान करने वाली बात यह रही कि फैक्ट्री में सॉस बनाने के लिए जरूरी टमाटर या मिर्च का एक भी कतरा नहीं था। गंदे ड्रमों और बाल्टियों में केमिकल मिलाकर अन-हाइजीनिक तरीके से नकली सॉस तैयार किया जा रहा था, जिसे बोतलों में भरा जा रहा था। बरामद सैंपल फूड टेस्टिंग लैब भेजा गया है और कड़ी जांच जारी है।
गंदगी के बीच बन रहा था नकली सॉस, महिलाएं बोतल में भर रहीं थीं
खाद्य सुरक्षा पदाधिकारी सुबीर रंजन के नेतृत्व में की गई इस कार्रवाई में देखा गया कि अन-हाइजीनिक माहौल में नकली सॉस को गंदे ड्रम और बाल्टी में तैयार कर मग से बोतलों में भरा जा रहा था। बोतल सील करने का कार्य कुछ महिलाओं द्वारा किया जा रहा था। आसपास गंदगी का अंबार लगा हुआ था, जिससे यह स्पष्ट है कि उत्पाद न केवल नकली थे, बल्कि स्वास्थ्य के लिए बेहद खतरनाक भी।
गुप्त सूचना के आधार पर की गई कार्रवाई, सैंपल भेजे गए लैब
फूड सेफ्टी ऑफिसर सुबीर रंजन ने बताया कि उन्हें इस गोरखधंधे की गुप्त सूचना मिली थी, जिसके बाद पूरी रेकी और पुष्टि करने के बाद छापेमारी की गई। सैंपल को स्टेट फूड टेस्टिंग लैब भेज दिया गया है और फूड एनालिस्ट से जल्द रिपोर्ट देने का आग्रह किया गया है। कार्रवाई में उनके साथ खाद्य सुरक्षा कर्मी शिवनंदन यादव, सजल श्रीवास्तव और रातू थाना के पुलिसकर्मी भी मौजूद थे।
मिलावटी खाद्य उत्पादों से स्वास्थ्य को गंभीर खतरा
मिलावटखोरी झारखंड में गंभीर समस्या बनती जा रही है। हाल ही में हजारीबाग और रामगढ़ में कई किलो नकली पनीर बरामद हुआ था। विशेषज्ञों के अनुसार, मिलावटी खाद्य पदार्थों के सेवन से कैंसर, लिवर डैमेज, किडनी फेल्योर जैसी गंभीर बीमारियों का खतरा होता है। इसलिए, खाद्य सुरक्षा विभाग द्वारा की जा रही यह पहल जन स्वास्थ्य की रक्षा के लिए अत्यंत आवश्यक है।