सेंट्रल डेस्क,नयी दिल्ली : केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (CBI) ने 50 लाख रुपये के कथित रिश्वत मामले में गेल (इंडिया) लिमिटेड के एक कार्यकारी निदेशक और एक मुख्य महाप्रबंधक को तीन अन्य लोगों के साथ गिरफ्तार किया है। अधिकारियों ने यह जानकारी दी।
उन्होंने बताया कि गैस पाइपलाइन परियोजनाओं के ठेके में वडोदरा की कंपनी को फायदा पहुंचाया गया था।
उन्होंने बताया कि सीबीआई ने गेल के कार्यकारी निदेशक (परियोजना) केबी सिंह को रिश्वत की रकम संभावित तौर पर पहुंचाने की जानकारी मिली थी जिसके बाद जाल बिछाया गया।
उन्होंने बताया कि तलाशी के दौरान जांच एजेंसी ने सिंह के पास से कथित रिश्वत की रकम बरामद कर ली। उन्हें शुरुआती पूछताछ के बाद हिरासत में ले लिया गया।
सीबीआई के एक प्रवक्ता ने बयान में बताया कि सिंह के अलावा, सीबीआई ने वडोदरा स्थित ‘एडवांस इंफ्रास्ट्रक्चर प्राइवेट लिमिटेड’ के निदेशक सुरेंद्र कुमार, गेल के मुख्य महाप्रबंधक दविंदर सिंह और दो अन्य व्यक्ति हर्ष यादव और सूर्यवेश को भी गिरफ्तार किया है।
इस कार्रवाई गिरफ्तार किए गए लोगों के अलावा सीबीआई ने एफआईआर में एडवांस इंफ्रास्ट्रक्चर प्राइवेट लिमिटेड और मेकॉन लिमिटेड के वरिष्ठ महाप्रबंधक सुनील कुमार को भी आरोपी बनाया है।
READ ALSO : झारखंड में हर दिन 5 लोगों को उतारा जा रहा मौत के घाट, जेल से संचालित हो रहे गिरोह
प्रवक्ता ने कहा, ‘‘मामला दर्ज कर लिया गया है
इसमें गेल के कार्यकारी निदेशक (परियोजना) पर आरोप है कि वे दूसरों के साथ साजिश करके गेल की एसएपीएल (श्रीकाकुलम अंगुल पाइपलाइन) और वीएपीएल (विजयपुर औरैया पाइपलाइन) परियोजनाओं के संबंध में अनुचित लाभ दे रहे थे।’’
सीबीआई (CBI) ने आरोप लगाया कि सुरेंद्र कुमार ने 50 लाख रुपये की रिश्वत की व्यवस्था की थी, जिसे दो निजी व्यक्तियों के माध्यम से केबी सिंह तक पहुंचाया जाना था।
इस अवैध लेनदेन की जानकारी मिलने पर सीबीआई ने जाल बिछाया और केबी सिंह को पकड़ लिया।
प्रवक्ता ने कहा, “कार्यकारी निदेशक (परियोजना) से 50 लाख रुपये की रिश्वत बरामद कर ली गई है।
दिल्ली, नोएडा, विशाखापत्तनम और वडोदरा में आरोपियों के परिसरों की तलाशी ली गई, जिससे संदिग्ध दस्तावेज और डिजिटल साक्ष्य आदि बरामद किए है।