घाटशिला : घाटशिला विधानसभा क्षेत्र के मऊभंडार ताम्र प्रतिभा मंच मैदान में झारखंड मुक्ति मोर्चा के स्टार प्रचारक सह मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन एवं विधायक कल्पना सोरेन ने शनिवार को चुनावी सभा को संबोधित किया। मुख्यमंत्री ने कहा कि है कि HEC कंपनी उद्योग की मां कही जाती है। लेकिन केंद्र सरकार ने इस पर ताला लगा दिया है। झारखंड में जितने भी सरकारी उपक्रम हैं, उनको निजी हाथों में बेचने की साजिश चल रही है। लेकिन झामुमो सरकार ऐसा नहीं होने देगी।
मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने कहा कि 2025 का वर्ष झारखंड मुक्ति मोर्चा के लिए काफी दुख का वर्ष रहा है। यहां के आदिवासी तथा मूलवासी को विचलित करने वाला वर्ष रहा है। गुरु जी और रामदास सोरेन हम लोगों एक साथ छोड़ कर चले गए। इस दुख की घड़ी में पूरे देश का आदिवासी समुदाय दुखी रहा।
गुरु जी के निधन के बाद रामदास सोरेन भी नहीं रहे। गुरु जी के सच्चे सिपाही की तरह इस धरती पर साथ-साथ चले। ऊपर भी साथ चल रहे हैं। रामदास ने घाटशिला के लिए बहुत सारे काम किए। इसीलिए कहा जाता है कि जैसा बीज लगाओगे तो वैसा फल मिलेगा। बबूल लगाया तो बबूल ही मिलेगा। ऐसे में वह परिवार अनाथ न हो जिसके कारण रामदास सोरेन के बेटे को झारखंड मुक्ति मोर्चा ने प्रत्याशी बनाया। उन्होंने कहा कि देश में कई प्रदेश बने हैं। परंतु झारखंड इकलौता देश होगा कि अलग राज लड़ के लिए न की भीख में मिला है। लेकिन दुर्भाग्य की बात है झारखंड अलग राज्य बनने के बाद वैसे लोगों के हाथ में सत्ता चली गई जो आदिवासी मूलवासी का शोषण करता था। आज भी शोषण कर रहा है। उन्होंने कहा कि 16-17 वर्ष तक वैसे लोगों के हाथ में सत्ता रही।

यहां लोग राशन कार्ड हाथ में लेकर घूमते रहे। पर अनाज नहीं मिलता थी। भूखे मरने की नौबत आ गई, किसान आत्महत्या करना शुरू किया तब गुरु जी को लगा इस राज्य में आदिवासी मूलवासी बचेगा ही नहीं। तब झारखंड मुक्ति मोर्चा ने निर्णय लिया कि सत्ता की जंजीर से वैसे लोगों को हटाना होगा। तब जाकर झामुमो की 2014 में सरकार बनी। इसके बाद यहां के बूढ़े या बच्चों के भूखे मरने की नौबत नही आई। यह सरकार सभी के लिए खड़ी रहती है। उन्होंने कहा कि गांव के लोगों ने डीसी, एसपी, एसडीओ, बीडीओ को नहीं देखा था। हमारी सरकार बनी तो सरकार आपके द्वार कार्यक्रम के तहत लोगों की समस्याओं का उनके घर पर जाकर समाधान किया गया।


इसके तहत प्रत्येक महीना ढाई हजार रुपया दे रही है। भाजपा की कई राज्य में सरकार बनी। कहीं इस तरह की योजना नहीं चली। इस राज्य को कब्जा करने के लिए उन लोगों ने हमें जेल में डालने का काम किया। परंतु हमने समझौता नहीं किया और आप लोग का सहयोग मिला। उन्होंने कहा कि वह जेल से बाहर आए। इसलिए इस उप चुनाव में आप लोगों का आशीर्वाद सोमेश सोरेन को दें। ताकि आपकी समस्या का समाधान हो सके। इस मौके पर विधायक कल्पना सोरेन, मंत्री दीपक बिरुआ, सांसद विजय हांसदा नेवी सभा को संबोधित किया।

