गोड्डा : गोड्डा की समाज कल्याण पदाधिकारी अनीशा कुजूर को निलंबित कर दिया गया है। इस आशय का पत्र शुक्रवार की देर शाम राज्य मुख्यालय से जारी कर दिया गया। दर असल शुक्रवार को सीएम हेमंत सोरेन गोड्डा में थे। वे यहां के पथरगामा प्रखंड के मुंदरकोठी मैदान में आयोजित सरकार आपके द्वार शिविर में लाभुकों से संवाद कर रहे थे। इसी दौरान छात्राओं से जब सीएम ने पूछा कि उन्हें सावित्री बाई फुले योजना की राशि मिली तो कई छात्राओं ने जवाब में कहा कि राशि नहीं मिली है। इसी पर सीएम ने वहां मौजूद सचिव विनय कुमार चौबे को जिम्मेवार अधिकारी डीडब्ल्यूओ अनीशा कुजूर को तत्काल निलंबित करने का आदेश दे दिया।
निलंबन से संबंधित आदेश में कहा गया है कि सावित्रीबाई फुले किशोरी समृद्धि योजना राज्य सरकार की महत्वपूर्ण योजना है, जिसके अन्तर्गत राज्य के योग्य किशोरियों के सशक्तिकरण, शिक्षा, स्वास्थ्य, बाल विवाह उन्मूलन, स्वतंत्र निर्णय लेने के लिए सक्षम बनाने हेतु आर्थिक सहायता प्रदान की जाती है। ऐसी स्थिति में उक्त योजना के लाभुक बालिकाओं को ससमय योजना का लाभ नहीं पहुंचा कर समाज कल्याण पदाधिकारी ने अपने दायित्वों के प्रति लापरवाही एवं पूर्व से दिये गये सरकारी निदेशों के अवहेलना एवं उदासीनता को दर्शाया है। लिहाजा मामले की गंभीरता को देखते हुए डीडब्ल्यूओ कुजूर को झारखण्ड सरकारी सेवक (वर्गीकरण, नियंत्रण एवं अपील) नियमावली, 2016 के नियम 9 (1) (क) के अन्तर्गत तत्काल प्रभाव से निलंबित किया जाता है।
निलम्बनावधि में उनका मुख्यालय प्रमण्डलीय आयुक्त का कार्यालय, संथाल परगना प्रमंडल, दुमका रहेगा, जहाँ वे प्रतिदिन अपनी उपस्थिति दर्ज करेंगी तथा दर्ज उपस्थिति के आधार पर झारखण्ड सरकारी सेवक (वर्गीकरण, नियंत्रण एवं अपील) नियमावली -2016 के नियम-10 के अंतर्गत देय जीवन निर्वाह भत्ता की अनुमान्यता होगी।