गोरखपुर : गोरक्षनगरी में चल रहे दो दिवसीय गोरखपुर लिटरेरी फेस्टिवल के सातवें सोपान का रविवार देर शाम शास्त्रीय संगीत और कथक नृत्य की प्रस्तुति के साथ समापन हो गया। दो दिनों में कला, साहित्य, मीडिया, राजनीति, धर्म, गीत-संगीत पर सारगर्भित चर्चा-परिचर्चा और नाट्य मंचन का लोगों ने आनंद उठाया. अंतिम दिन की शाम विभिन्न क्षेत्रों में बेहतरीन प्रदर्शन कर रहे युवा हस्तियों को स्व. पीके लाहिड़ी स्मृति सम्मान से सम्मानित किया गया। इस दौरान बड़ी संख्या में साहित्य के प्रति लोगों ने अपना अनुराग दिखाया।
हरीश तिवारी ने शास्त्रीय राग से मोहा मन
बाबू महादेव प्रसाद रईस की स्मृति एवं भगवती प्रसाद शिक्षा समिति, गोरखपुर के सौजन्य से पंडित भीमसेन जोशी के शिष्य पंडित हरीश तिवारी की शास्त्रीय प्रस्तुति ने दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया। पंडित हरीश तिवारी ने शास्त्रीय राग पर जब आलाप और वितान लिया तो सभागार भावविभोर हो गया। इस अवसर पंडितजी ने पुरिया धनाश्री में बड़ा ख्याल झपताल में बंदिश ‘पार करो अरज सुनो…’ और छोटा ख्याल तीन ताल द्रुत लय में ‘पायलिया झनकार मोरी…’ की प्रस्तुति दी। उन्होंने ठुमरी पहाड़ी राग में ‘बागों में पड़े झूले… ‘ और राग भैरवी में ‘भजन जो भजे हरि को सदा…’ से समारोप किया। प्रस्तुति में तबले पर पंकज राय, हारमोनियम पर मनीष सिंह, वोकल सपोर्ट व स्वरमंडल शशांक शुक्ल, तानपुरा पर दिवाकर चतुर्वेदी एवं सुबल सब्यसाची ने संगत किया।
प्रसिद्ध कथक नृत्यांगना दीपमाला सचान ने सहनृत्यांगना अमीषा तिवारी, अनुपम श्रीवास्तव, प्रेरणा राणा और रौनी सिंह के साथ कथक की प्रस्तुति देकर दर्शकों को भावविह्वल कर दिया। सांस्कृतिक संध्या के पूर्व गोरक्षनगरी की युवा प्रतिभाओं को स्व. पीके लाहिड़ी स्मृति सम्मान से अलंकृत किया गया।
सम्मानित होने वालों की लिस्ट
सम्मान | सम्मानित व्यक्ति |
स्व. पीके लाहिड़ी स्मृति इमर्जिंग यूथ आइकन अवॉर्ड | युवा चित्रकार शिवम गुप्ता रंगकर्मी व लोकगायक पिंटू प्रीतम युवा चित्रकार प्रतीक सिन्हा |
स्व. पीके लाहिड़ी स्मृति कर्मशील सम्मान | ग्राफ़िक डिज़ाइनर व संस्कृतिकर्मी – अंजनी सिन्हा पत्रकार एवं संस्कृतिकर्मी -विवेक अस्थाना |
स्व. पीके लाहिड़ी स्मृति प्राइड ऑफ गोरखपुर अवॉर्ड | सामाजिक कार्यकर्ता – सरदार जसपाल सिंह लेखक, साहित्यकार व संस्कृतिकर्मी – आई.एच. सिद्दीक़ी |
स्व. पी.के. लाहिड़ी स्मृति सेतु सम्मान | मनोज कुमार श्रीवास्तव – बैंकर एवं संस्कृतिकर्मी |
स्व. राजीव केतन स्मृति तूलिका सम्मान | डॉ. रेखा रानी शर्मा |
प्रेरणा प्रशस्ति सम्मान | डॉ. संदीप कुमार श्रीवास्तव – सदस्य, राज्य ललित कला अकादमी डॉ. मिथिलेश तिवारी – उपाध्यक्ष, बिरजू महाराज कथक संस्थान मानवेन्द्र त्रिपाठी – सदस्य, भारतेंदु नाट्य अकादमी डॉ. कुमुद सिंह – सदस्य, उत्तर प्रदेश जनजाति संस्कृति संस्थान डॉ. मीलू वर्मा – संगीतज्ञ |