हजारीबाग : झारखंड के हजारीबाग जिले से एक बेहद चौंकाने वाला मामला सामने आया है, जहां एक सक्रिय बच्चा चोर गिरोह का पुलिस ने पर्दाफाश किया है। यह घटना उस वक्त उजागर हुई, जब पुलिस ने मात्र 24 घंटे के अंदर 5 आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया और डेढ़ साल के अपहृत बच्चे को सकुशल परिजनों के पास लौटा दिया।
एसडीपीओ सदर अमित आनंद ने मामले की पूरी जानकारी साझा करते हुए बताया कि यह अपहरण महज 1 लाख 80 हजार रुपये में बच्चे को बेचने के लिए रचा गया था। सौदे की राशि से आरोपियों ने मोबाइल फोन समेत अन्य चीजें खरीदी थीं, जिन्हें पुलिस ने जब्त कर लिया है।
एक जुलाई को हुआ था अपहरण, सीसीटीवी फुटेज से मिले अहम सुराग
मामले की शुरुआत एक जुलाई को हुई, जब महेश सोनी चौक के पास से डेढ़ वर्षीय बच्चा अचानक लापता हो गया। परिजनों ने खुद से खोजबीन की, लेकिन कोई सफलता नहीं मिली। अंततः 6 जुलाई को परिजनों ने थाने में बच्चे की गुमशुदगी की शिकायत दर्ज कराई।
इसके बाद हजारीबाग पुलिस ने महेश सोनी चौक पर लगे सीसीटीवी कैमरों की जांच की। फुटेज में आरोपियों की गतिविधियों के इनपुट मिले, जिसके आधार पर पुलिस ने त्वरित कार्रवाई शुरू की।
पुलिस की तत्परता और टीम वर्क के दम पर 8 जुलाई को बच्चे को सकुशल बरामद कर लिया गया। इसके साथ ही 5 आरोपियों को भी गिरफ्तार कर न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया गया।
पुलिस की तत्परता से परिवार गदगद, जनता से की सावधानी बरतने की अपील
अपना बच्चा वापस पाकर परिजनों ने राहत की सांस ली और हजारीबाग जिला पुलिस को धन्यवाद दिया। वहीं एसडीपीओ अमित आनंद ने आम नागरिकों से अपील की है कि अपने बच्चों को लेकर सतर्क रहें और अनजान लोगों से सावधान रहें, ताकि इस तरह की घटनाओं से बचा जा सके।
पुलिस का मानना है कि यह बच्चा चोर गिरोह और भी घटनाओं में शामिल हो सकता है, जिसकी जांच की जा रही है।
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