नासिक : महाराष्ट्र के नासिक जिले के एक मतदान केंद्र पर बुधवार को शिवसेना के उम्मीदवार सुहास कांदे और निर्दलीय उम्मीदवार समीर भुजबल के बीच मतदाता पहचान को लेकर तीखी नोकझोंक हो गई। इस घटना ने कुछ समय के लिए चुनावी माहौल को गर्म कर दिया, लेकिन अधिकारियों ने तुरंत हस्तक्षेप कर स्थिति को शांत कर लिया। चुनावी अधिकारियों ने इस बात की पुष्टि की कि इस विवाद के कारण मतदान प्रक्रिया पर कोई असर नहीं पड़ा और मतदान सुचारू रूप से जारी रहा।
पुलिस ने किया हस्तक्षेप
नांदगांव विधानसभा क्षेत्र में यह विवाद उस समय हुआ जब निर्दलीय उम्मीदवार समीर भुजबल ने क्षेत्र के कुछ मतदाताओं की पहचान पर आपत्ति जताई। उनके इस आरोप पर शिवसेना के उम्मीदवार सुहास कांदे भी विवाद में शामिल हो गए, जिसके बाद दोनों पक्षों के समर्थक भी बीच में आ गए। घटना की सूचना मिलते ही पुलिस और चुनाव पर्यवेक्षक मौके पर पहुंचे। अधिकारियों के अनुसार, पुलिस की त्वरित कार्रवाई से उम्मीदवारों के बीच की तकरार को शांत किया गया और मतदान प्रक्रिया पर कोई असर नहीं पड़ा।
मतदान पर किसी भी प्रकार का असर नहीं
नासिक जिलाधिकारी जलज शर्मा ने इस मामले में कहा, “यह घटना एक मामूली विवाद थी, जो नांदगांव विधानसभा क्षेत्र में मतदाताओं की पहचान को लेकर हुई। पुलिस और चुनाव पर्यवेक्षक ने तत्काल कार्रवाई की और इस विवाद को सुलझाया।” उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि मतदान अधिकारियों ने सभी मतदाताओं की पहचान की जांच की और उसके बाद ही उन्हें मतदान करने की अनुमति दी।
शर्मा ने कहा, “यह स्पष्ट है कि इस घटना से मतदान प्रक्रिया पर कोई असर नहीं पड़ा है। मतदान केंद्र पर सब कुछ सुचारू रूप से चल रहा है। लोगों से अनुरोध है कि वे अफवाहों पर विश्वास न करें और अपने मताधिकार का सही तरीके से प्रयोग करें।” नासिक जिले में हुए इस विवाद के बावजूद, मतदान प्रक्रिया निर्बाध जारी रही।