रांची/कोलकाता : झारखंड के मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन से शनिवार को कोलकाता में पश्चिम बंगाल सरकार में मंत्री एवं कोलकाता नगर निगम (KMC) के मेयर फिरहाद हकीम ने शिष्टाचार मुलाकात की।। यही नहीं पश्चिम बंगाल के पुलिस महानिदेशक (DGP) राजीव कुमार ने भी मुलाकात की। हालांकि, इस मुलाकात को एक सामान्य भेंट बताया गया है, लेकिन राजनीतिक और प्रशासनिक गलियारों में इसके कई गहरे मायने निकाले जा रहे हैं। वहीं, बताया गया है कि सीएम सोरेन आज शाम कोलकाता से जमशेदपुर होते हुए रांची लौटेंगे।
मुलाकात के पीछे के मायने
मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की यह कोलकाता यात्रा भले ही एक निजी दौरा हो, लेकिन डीजीपी और मेयर से उनकी मुलाकात को सामान्य नहीं माना जा रहा है। राजीव कुमार 1989 बैच के एक वरिष्ठ आईपीएस अधिकारी हैं और सारधा कांड के बाद वे कई बार विवादों में रह चुके हैं। उनकी गिनती पश्चिम बंगाल में एक प्रभावशाली पुलिस अधिकारी के रूप में होती है। झारखंड और पश्चिम बंगाल की सीमाएं आपस में जुड़ी हुई हैं और दोनों राज्यों के बीच कई बार सीमा पार अपराध और अन्य प्रशासनिक मुद्दों को लेकर सहयोग की आवश्यकता होती है।
दोनों राज्यों की पुलिस के बीच समन्वय, सीमावर्ती क्षेत्रों में कानून व्यवस्था बनाए रखने और अपराधियों के खिलाफ कार्रवाई जैसे मुद्दों पर चर्चा होने की संभावना है। यह मुलाकात दोनों राज्यों के बीच बेहतर समन्वय स्थापित करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम हो सकती है।
मेयर फिरहाद हकीम से भेंट
मुख्यमंत्री सोरेन से फिरहाद हकीम की मुलाकात को भी शिष्टाचार भेंट बताया गया है, लेकिन शहरी विकास और प्रशासन के मुद्दों पर चर्चा हुई होगी। खासकर, कोलकाता और जमशेदपुर जैसे शहरों के बीच शहरी नियोजन और विकास के अनुभवों का आदान-प्रदान इस मुलाकात का एक अहम हिस्सा हो सकता है। यह भी माना जा रहा है कि दोनों नेताओं के बीच राजनीतिक मुद्दों पर भी चर्चा हुई होगी।
सोशल मीडिया पर साझा की गई तस्वीरों से यह साफ है कि दोनों ही मुलाकातें काफी सौहार्दपूर्ण माहौल में हुई हैं। मुख्यमंत्री सोरेन ने इन मुलाकातों के दौरान झारखंड और पश्चिम बंगाल से जुड़े कई द्विपक्षीय मुद्दों पर चर्चा की। दोनों राज्यों में अलग-अलग राजनीतिक दलों की सरकारें हैं, ऐसे में दोनों मुख्यमंत्रियों के बीच आपसी समझ और सहयोग बनाए रखना महत्वपूर्ण है।


