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Hezbollah : इज़राइली विमानों ने बेरूत में नसरुल्लाह के अंतिम संस्कार स्थल के ऊपर भरी उड़ान, भीड़ ने लगाए नारे

हिज्बुल्लाह के सेक्रेटरी जनरल हसन नसरुल्लाह व हाशिम सफीउद्दीन सुपुर्द ए खाक, कई देशों के प्रतिनिधियों समेत लाखों की भीड़ उमड़ी

by Mujtaba Haider Rizvi
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बेरूत : लेबनान की राजधानी बेरूत में हिज़बुल्लाह के सेक्रेटरी जनरल सैयद हसन नसरल्लाह और कार्यकारी परिषद के पूर्व प्रमुख सैयद हाशिम साफीउद्दीन सुपुर्द-ए-खाक कर दिए गए। इनकी जब नमाजे जनाजा पढ़ाई जा रही थी तो इजरायली लड़ाकू विमानों ने बेरूत में‌ कई उड़ानें भरीं। विमानों को देखने के बाद भीड़ ने डेथ टु इज़राइल के नारे लगाए। विमानों ने तब उड़ानें भरीं जब हिज्बुल्लाह नेता शेख नईम कासिम का भाषण चल रहा था। ये अमेरिकी F 16 विमान थे। ये विमान आसमान से काफी नीचे उड़ान भर रहे थे।

इस अंतिम संस्कार में लाखों की भीड़ उमड़ी है। हिजबुल्लाह के इन दोनों नेताओं के अंतिम संस्कार में लेबनान के विभिन्न शहरों के अलावा ईरान, इराक, यमन, ब्राजील, अर्जेंटाइना, आयरलैंड, यूके आदि देशों से लोग पहुंचे हैं। अंतिम संस्कार के समारोह की तैयारी कई दिनों से चल रही थी और आज रविवार को इन दोनों को सुपुर्द ए खाक कर दिया गया।

स्टेडियम में बड़ी स्क्रीन पर दिखाया गया अंतिम संस्कार का मंजर

गहरे सर्द मौसम के बावजूद, बड़ी संख्या में लोग अपने-अपने क्षेत्रों से बेरूत पहुंचे हैं। इससे प्रमुख सड़कों पर भारी यातायात जाम की स्थिति बन गई। खासकर सिडोन-बेरूत और बेक्का-बेरूत रोड पर जाम हो गई थी। भीड़ में महिलाएं, बच्चे और बुजुर्ग शामिल रहे, जो इसराइल की एयर स्ट्राइक में मारे गए इन नेताओं की तस्वीरें और नसरुल्लाह के प्रसिद्ध उद्धरणों वाले बैनर ले कर चल रहे हैं। हिज़बुल्लाह के समर्थक अल-मानार टेलीविजन चैनल ने जानकारी दी कि क्मील शामून स्पोर्ट्स सिटी स्टेडियम, बेरूत के बिर हसन इलाके में कई बड़ी स्क्रीन लगाई गई हैं ताकि लोग घटनाक्रम का पालन कर सकें।

लेबनान में एक बजे कुरआन के पाठ के साथ शुरू हुए संस्कार

इन नेताओं के अंतिम संस्कार के लिए सभी लॉजिस्टिक और तकनीकी तैयारियां शनिवार को पूरी की जा चुकी थीं। यह समारोह लेबनान के स्थानीय समयानुसार 1:00 बजे शुरू हुआ। इसमें क़ुरान पाठ, राष्ट्रीय गीत और हिज़बुल्लाह का तराना गाया गया। इसके बाद नमाज ए जनाजा पढ़ी गई। शहीदों के ताबूत विशेष वाहनों में रखे गए थे और इस कार्यक्रम के समापन पर हिज़बुल्लाह के उप सचिव जनरल शेख नईम कासिम ने भाषण दिया। इसके बाद शवों की अंतिम यात्रा को कब्रिस्तान की ओर रवाना हुई।

अंतिम संस्कार में शामिल हुए 70 देशों के आधिकारिक प्रतिनिधि

इस ऐतिहासिक समारोह में करीब 70 देशों से आधिकारिक प्रतिनिधि, वर्तमान और पूर्व सांसद, मंत्री और विशिष्ट राजनीतिक शख्सियतों की उपस्थिति रही। इसके साथ ही, विभिन्न राजनीतिक और धार्मिक दलों तथा प्रतिरोध समूहों से जुड़े हजारों लोग भी बेयरुत पहुंच चुके हैं। ईरान के विदेश मंत्री अब्बास अरागची समेत अन्य अधिकारी अंतिम संस्कार में शामिल हुए। लेबनान के अलावा, कई अरबी और मुस्लिम देशों जैसे इराक, यमन, ईरान, बहरीन, कुवैत और तुर्की से हजारों लोग इस अंतिम संस्कार में भाग लेने के लिए बेरूत पहुंचे हैं। यह घटना लेबनान और पश्चिमी एशिया क्षेत्र के इतिहास में एक महत्वपूर्ण मोड़ के रूप में देखी जा रही है।

इसके साथ ही, एयरलाइनों ने बेरूत जाने वाली उड़ानों की संख्या में भारी वृद्धि देखी है। इराकी एयरवेज और मिडल ईस्ट एयरलाइंस ने इस हफ्ते बगदाद और बेरूत के बीच अतिरिक्त उड़ानें शुरू की हैं, क्योंकि इस आयोजन के लिए टिकटों की मांग में अचानक वृद्धि देखी गई थी।

बेरूत में सुरक्षा के लिए 4000 से अधिक सैनिक तैनात

लेबनान सेना और आंतरिक सुरक्षा बलों ने अंतिम संस्कार से पहले और उस दौरान सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए। इस मौके पर 4,000 सैनिकों को तैनात किया गया है। ताकि शोकाकुल भीड़ का मार्गदर्शन किया जा सके और व्यवस्था बनाए रखी जा सके। इसके अलावा, 25,000 से अधिक अनुशासन बल के सदस्य भीड़ की आवाजाही का प्रबंधन कर रहे हैं और 4,000 आयोजक इस आयोजन का समन्वय कर रहे हैं।

बने हैं चार फील्ड अस्पताल, 70 से अधिक एंबुलेंस तैनात

इन नेताओं के अंतिम संस्कार मार्ग के साथ-साथ क्मील शामून स्पोर्ट्स सिटी स्टेडियम, कब्रिस्तान स्थल और पुराने बेरूत हवाईअड्डे के मार्ग पर चार फील्ड अस्पतालों की स्थापना की गई है। साथ ही, पूरे मार्ग पर 70 से अधिक एंबुलेंस और चिकित्सा दल भी तैनात किए गए हैं ताकि किसी भी आपातकालीन स्थिति में त्वरित उपचार प्रदान किया जा सके।

27 सितंबर को घटी थी घटना

सय्यद हसन नसरल्लाह 27 सितंबर 2024 को इज़राइली हवाई हमले में मार दिया गया था, जब इज़राइली लड़ाकू विमानों ने दक्षिणी बेरूत के दहीये क्षेत्र में 85 टन विस्फोटक से छह आवासीय इमारतों को ध्वस्त कर दिया था। यह हमला एक सप्ताह लंबे हवाई हमले के अभियान का हिस्सा था, जिसमें दक्षिणी लेबनान से लेकर बेरूत तक कई स्थानों को निशाना बनाया गया था। सय्यद हाशिम साफीद्दीन 3 अक्टूबर 2024 को इज़राइली हमले में मारे गए थे। हिज़बुल्लाह ने दोनों नेताओं के अंतिम संस्कार को इज़राइली हमलों के डर से स्थगित कर दिया था, लेकिन अब शहीदों का सम्मान और श्रद्धांजलि अर्पित करने के लिए यह कार्यक्रम आयोजित किया जा रहा है। ईरान के विदेश मंत्री अब्बास अरागची का कहना है कि यह आयोजन न केवल हिज़बुल्लाह और उसके समर्थकों के लिए, बल्कि पूरी लेबनानी जनता के लिए एक ऐतिहासिक पल है। यह घटना न केवल लेबनान बल्कि पश्चिमी एशिया क्षेत्र के समस्त राजनीतिक और धार्मिक परिदृश्य को प्रभावित करेगी। इन नेताओं की मृत्यु के बाद से क्षेत्र में उत्पन्न हुई उथल-पुथल और शोक के माहौल के बावजूद, यह अंतिम संस्कार समारोह एक ऐसी घटना बन गई है, जो कई देशों के बीच राजनीतिक और धार्मिक एकता और समर्थन का प्रतीक बन रही है।

यमन और इराक में भी हुए कार्यक्रम


हिजबुल्लाह के इन नेताओं के अंतिम संस्कार के कार्यक्रम आयोजित किए गए। यमन की राजधानी सना में भी हसन नसरुल्लाह और हाशिम सफीउद्दीन की नमाज ए जनाजा पढ़ी गई। इसके अलावा, इराक के शहर नजाफ में हजरत अली अलैहिस्सलाम की दरगाह पर भी कार्यक्रम हुए।

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