अयोध्या: प्रतीक्षा का समय अब ज्यादा लंबा नहीं है। श्री रामलाला के करोड़ों भक्तों के लिए खुशखबरी यह है कि अयोध्या में बन रहे श्री राम मंदिर (Ram Temple) में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा की तिथि तय हो गई है। जो जानकारी सामने आयी है उसके तहत अगले वर्ष 15 जनवरी से भगवान रामलला के निमित्त प्राण प्रतिष्ठा महोत्सव शुरू हो जाएगा जो 24 जनवरी 2024 तक चलेगा।
इस अवधि में श्री रामलला की प्राण प्रतिष्ठा का अनुष्ठान पूरा हो जाएगा। यह जानकारी श्री राम जन्मभूमि मंदिर के मुख्य पुजारी आचार्य सत्येंद्र दास ने दी है।
जुटेंगे देश के प्रकांड विद्वान, गूंजेंगे वैदिक मंत्रोच्चार
श्री राम जन्मभूमि मंदिर के मुख्य पुजारी आचार्य सत्येंद्र दास की मानें तो 14 जनवरी को खरवास खत्म होगा। 15 जनवरी से भगवान रामलला के निमित्त प्राण प्रतिष्ठा महोत्सव शुरू होगा और 24 जनवरी को देश के प्रकांड विद्वानों की मौजूदगी में वैदिक मंत्रोच्चारण के साथ प्राण प्रतिष्ठा महोत्सव संपन्न होगा। भगवान राम लला को भव्य मंदिर में विराजमान कराया जाएगा। इसके बाद भक्त अपने भगवान के भव्य रूप का दर्शन नियमित कर सकेंगे।
पीएम मोदी को भेजा गया है निमंत्रण
रामलला के प्रधान पुजारी आचार्य सत्येंद्र दास ने बताया कि इस प्राण प्रतिष्ठा महोत्सव में शामिल होने के लिए देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को आमंत्रण पत्र भेजा जा चुका है। वे बतौर मुख्य यजमान शामिल होंगे। 24 जनवरी को भगवान रामलला भव्य मंदिर में विराजमान होंगे। इस दरमियान देश और दुनिया के करीब 5 लाख से अधिक भक्त राम नगरी अयोध्या में मौजूद रहेंगे। अयोध्या आने वाले राम भक्तों के लिए राम मंदिर ट्रस्ट रुकने और भोजन की व्यवस्था करेगा। यह सभी के लिए निशुल्क होगा।
वैदिक मंत्रोच्चार के लिए बनायी गयी आचार्यों की टोली
बताया गया कि 14 जनवरी को खरवास खत्म होगा। इसके बाद 15 जनवरी से भगवान रामलला की मूर्ति की प्राण-प्रतिष्ठा का महोत्सव शुरू हो जाएगा। इसके बाद 24 जनवरी को देश के प्रकांड विद्वानों की मौजूदगी में वैदिक मंत्रोच्चारण के साथ प्राण प्रतिष्ठा महोत्सव संपन्न होगा।
जिसके बाद भगवान रामलला को भव्य मंदिर में विराजमान किया जाएगा। इस कार्य को संपन्न कराए जाने के लिए ट्रस्ट ने दिल्ली वाराणसी और अयोध्या के आचार्यों की टोली बनाई है। इस दौरान पूरे अयोध्या को भव्य रूप से सजाया जाएगा।