RANCHI: इंडियन डेंटल एसोसिएशन रांची के तत्वाधान में 7वें झारखंड स्टेट डेंटल कांफ्रेंस के दूसरे दिन जेई डुंजीभॉय एकेडमिक एंड रिसर्च ब्लॉक रिनपास कांके में डेंटल एक्सपर्ट्स का जुटान हुआ। तीन दिवसीय यह सम्मेलन 9 नवंबर तक चलेगा। मुख्य अतिथि के रूप में रिनपास के डायरेक्टर डॉ अमूल रंजन, विशिष्ट अतिथि डॉ कृष्ण कुमार और डॉ पीपी शाह, आईडीए झारखंड के अध्यक्ष नरेंद्र नाथ सिंह, सेक्रेटरी विवेक सिंह और आर्गनाइजिंग सेक्रेटरी डॉ सुशील ने दीप जलाकर कार्यक्रम की शुरुआत की। इसमें देशभर से डेंटल एक्सपर्ट और रिसर्च स्कॉलर शामिल हुए।
कांफ्रेंस के दौरान डेंटिस्ट्स ने एंडोडोंटिक्स, मेडिको लीगल आस्पेक्ट, आर्थोडोंटिक्स, लेजर डेंटिस्ट्री, ओरल कैंसर, लोकल एनेस्थेसिया और टेंपरोमैंडिबुलर जाइंट डिसआर्डर पर चर्चा की। वहीं दांतों के इलाज में नई तकनीकों से भी अवगत कराया गया। एक्सपर्ट्स ने बताया कि पहले दांतों में समस्या होने पर उसे निकाल दिया जाता था। लेकिन अब दांतों को बचाने के लिए कई तरह की टेक्निक का इस्तेमाल किया जा रहा है। लेजर टेक्निक से दांतों को नया जीवन दिया जा रहा है।
दर्द को इग्नोर करना बढ़ा सकता है परेशानी
आर्गनाइजिंग सेक्रेटरी डेंटिस्ट डॉ सुशील कुमार ने बताया कि कांफ्रेंस में तकनीक का आदान-प्रदान हुआ। उन्होंने कहा कि दांतों की समस्या होने पर लोगों को बिना देर किए डेंटिस्ट से कंसल्ट करना चाहिए। चूंकि छोटे-मोटे दर्द को लोग इग्नोर करते है। बाद में ये परेशानी बड़ी हो जाती है।
लेजर से हर समस्या का समाधान
पहले दांतों के इलाज के लिए लोग सोचते थे। आज डॉ हर्ष प्रियम ने कहा कि तकनीक से दांतों को बचाया जा सकता है। मुंह में छाले या कोई घाव हो जो जल्दी ठीक नहीं हो रहा है उसे लोग इग्नोर करते है जो ओरल कैंसर का भी रूप ले सकता है। इसलिए किसी भी तरह के लक्षण मुंह या दांतों में दिखाई दे तो तुरंत डेंटल एक्सपर्ट से दिखाना चाहिए। लेजर से दांतों की समस्या का पेन लेस इलाज संभव है। इसमें ज्यादा ब्लीडिंग भी नहीं होता।
लेटेस्ट टेक्नोलॉजी से पेन लेस इलाज
डॉ विजयेंद्र पांडेय ने कहा कि लोगों को दांत में दर्द हुआ तो निकाल देंगे। उसकी जगह दूसरा दांत लगा देंगे। लेटेस्ट टेक्नोलॉजी से अब दांतों का इलाज संभव है। डेंटल साइंस बहुत एडवांस हो चुका है। लेजर जो दांतों के इलाज को पेन लेस बना सकती है। लेजर से दांतों का ब्लीच कर सकते है। दांतों में पीले स्पॉट भी लेजर से हटाए जा सकते है। सर्जरी भी लेजर से बिना दर्द के संभव है।

