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अंतरराज्यीय नारको सिंडिकेट का पर्दाफाश, 1.55 करोड़ की नशीली दवाएं बरामद

क्राइम ब्रांच ने 1.5 किलो अल्प्राजोलम और 606 ग्राम हेरोइन जब्त की, दो तस्कर गिरफ्तार

by Yugal Kishor
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नई दिल्ली: क्राइम ब्रांच की अंतरराज्यीय सेल ने नशा मुक्त भारत अभियान के तहत बड़ी कार्रवाई करते हुए एक अंतरराज्यीय नारको सिंडिकेट का भंडाफोड़ किया है। इस ऑपरेशन में 1.5 किलोग्राम अल्प्राजोलम (मूल्य 30 लाख रुपये) और 606 ग्राम हेरोइन (मूल्य 1.25 करोड़ रुपये) जब्त की गई, साथ ही दो मुख्य तस्करों को गिरफ्तार किया गया।
डीसीपी आदित्य गौतम ने बताया कि यह सिंडिकेट बरेली और रामपुर से दिल्ली-एनसीआर और पंजाब तक नशीली दवाओं की तस्करी में सक्रिय था। 28 जून को गुप्त सूचना मिली कि तस्कर महेंद्र पाल गाजीपुर के हरिजन बस्ती के पास बड़ी खेप देने वाला है। टीम ने महेंद्र पाल को सपेरा भूमि के पास गिरफ्तार किया। उसके पास से 1.543 किलो अल्प्राजोलम और 296 ग्राम हेरोइन बरामद हुई।

पूछताछ में महेंद्र ने बताया कि वह रामपुर से अल्प्राजोलम और बरेली से हेरोइन लाकर दिल्ली और पंजाब में सप्लाई करता था। उसकी निशानदेही पर 11 जुलाई को फरीदपुर, बरेली से नत्थू खान को गिरफ्तार किया गया, जिसके पास से 310 ग्राम हेरोइन बरामद हुई। महेंद्र (50) और नत्थू (60), दोनों बरेली के रहने वाले हैं। नत्थू के भाई का अफीम खेती का लाइसेंस था, जिसका दुरुपयोग हेरोइन उत्पादन में हुआ। पुलिस अन्य तस्करों और नशीली दवाओं के स्रोत की तलाश में जुटी है।

फर्जी चेक गणराज्य पासपोर्ट धारा डंकी रूट से भेजा था अमेरिका, यात्री हुआ डिपोर्ट

40 लाख में हुआ था सौदा तय, गुजरात का एजेंट गिरफ्तार

नई दिल्ली: आईजीआई एयरपोर्ट पुलिस ने फर्जी दस्तावेजों के जरिए विदेश यात्रा की साजिश रचने वाले गुजरात के एजेंट मोहम्मद फरहान रंगरेज (31) को गिरफ्तार किया है। यह कार्रवाई 5 जुलाई 2024 को दर्ज मामले में की गई, जिसमें एक भारतीय यात्री को इथियोपिया से फर्जी चेक गणराज्य पासपोर्ट के कारण निर्वासित किया गया था। आईजीआई पुलिस आयुक्त उषा रंगनानी ने बताया कि गुजरात के गांधी नगर निवासी सोनी तुषार कुमार को अदीस अबाबा, इथियोपिया से साओ पाउलो, ब्राजील जाने से रोककर भारत निर्वासित किया गया। जांच में उसके पास फर्जी चेक गणराज्य पासपोर्ट पाया गया, जिसमें फर्जी भारतीय आव्रजन और ई-वीजा स्टैंप थे।

जांच में पता चला कि यात्री ने विदेश में कमाई के लिए एजेंट फरहान से संपर्क किया, जिसने 40 लाख रुपये में अमेरिका भेजने का वादा किया। फरहान ने यात्री की बैंकॉक, दुबई और सिंगापुर की यात्रा मूल पासपोर्ट पर कराई, फिर फर्जी पासपोर्ट से इथियोपिया भेजा। इथियोपिया में फर्जीवाड़ा पकड़े जाने पर यात्री को वापस भेज दिया गया। आरोपी की गिरफ्तारी के लिए टीम ने अहमदाबाद में छापेमारी कर फरहान को गिरफ्तार कर लिया।
पूछताछ में उसने फर्जी एजेंटों के साथ मिलकर धोखाधड़ी की बात कबूल की। पुलिस अन्य एजेंटों और फरहान के बैंक खातों की जांच कर रही है। जिससे इस रैकेट से जुड़े लोगों की पहचान हो सके।

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