नई दिल्ली: वेस्ट दिल्ली पुलिस के साइबर थाना टीम ने 40 लाख रुपये की साइबर ठगी के एक बड़े मामले का खुलासा किया है। टीम ने जयपुर में छापेमारी कर गैंग के मास्टरमाइंड विष्णु कांत शर्मा को गिरफ्तार किया है। पुलिस ने टेक्निकल सर्विलांस की मदद से इस आरोपी को जयपुर के मानसरोवर सांगानेर इलाके से पकड़ा।
डीसीपी विचित्र वीर ने बताया कि यह गैंग आईपीओ में निवेश के नाम पर हाई रिटर्न का लालच देकर लोगों को अपने जाल में फंसाता था और ठगी की वारदात को अंजाम देता था। ठगी की रकम से क्रिप्टोकरेंसी खरीदकर उसे आगे बेच दिया जाता था। इस मामले की शुरुआत तब हुई जब पश्चिमी दिल्ली के एक निवासी ने साइबर थाना में शिकायत दर्ज की। पीड़ित को एक व्हाट्सएप ग्रुप, यस सिक्योरिटी, में जोड़ा गया था और एक वेबसाइट के जरिए उसे आईपीओ में निवेश करने का लालच दिया गया।
इस तरह उससे 40 लाख रुपये की मोटी रकम ठग ली गई। शिकायत के आधार पर साइबर थाना की पुलिस ने तुरंत कार्रवाई शुरू की और मनी ट्रेल को ट्रैक किया जिसमें आरोपी के बारे में जानकारी मिली। इसके बाद टीम ने आरोपी के बारे में टेक्निकल सर्विलांस व अन्य मैनुअल माध्यमों से जानकारी जुटाई और सटीक सूचना पर विष्णु कांत शर्मा को जयपुर के मानसरोवर सांगानेर स्थित आंगन सोसाइटी से गिरफ्तार कर लिया। पुलिस अब इस गैंग के अन्य सदस्यों की तलाश में जुटी है।
पूछताछ में पता चला कि विष्णु कांत शर्मा मूल रूप से राजस्थान के बीकानेर का रहने वाला है। साल 2018 में वह सरकारी परीक्षा की तैयारी कर रहा था, लेकिन बाद में उसने फर्नीचर का व्यवसाय शुरू किया और ओएलएक्स के जरिए फर्नीचर बेचने लगा। इसके बाद, शॉर्टकट से पैसा कमाने की चाह में वह साइबर क्राइम की दुनिया में कूद पड़ा। उसने कमीशन के आधार पर म्यूल बैंक अकाउंट का इस्तेमाल शुरू किया और फिर अपने जानकारों के खातों का उपयोग कर ठगी का गैंग बनाया। इस गैंग ने कई लोगों को अपने जाल में फंसाकर लाखों रुपये की ठगी की है।
Read Also: Delhi Crime : पुलिस ने जहरखुरानी गिरोह का किया भंडाफोड़, 4 गिरफ्तार