कनाडा में एक कार्यक्रम के दौरान भारत की पूर्व पीएम इंदिरा गांधी की हत्या पर जश्न मनाया गया। अब ये मुद्दा भारत में तूल पकड़ रहा है। पीएम मोदी के विदेश नीति के 9 साल पूरे होने पर गुरुवार को विदेश मंत्री एस जयशंकर ने दिल्ली में प्रेस कॉन्फ्रेंस की। उन्होंने कनाडा को सीधी चेतावनी देते हुए कहा कि यह भारत-कनाडा के रिश्तों के लिए अच्छा नहीं है। उन्होंने इस घटना के पीछे वोट बैंक की राजनीति को जोड़ा। कहा कि मुझे लगता है कि इसमें कोई बड़ा मुद्दा शामिल है।
जयशंकर ने कहा कि साफतौर पर कहूं तो मुझे समझ नहीं आ रहा है कि इसमें वोट बैंक की राजनीति के अलावा क्या वजह हो सकती है? ऐसा कोई क्यों करेगा? मुझे लगता है कि अलगाववादियों, चरमपंथियों और हिंसा की वकालत करने वाले को मिली जगह से जुड़ा कोई बड़ा मुद्दा इसमें शामिल हो। मेरे हिसाब से ये कनाडा के लिए सही नहीं है।
तत्वों की यह करतूत ऑपरेशन ब्लू स्टार के मौके पर सामने आई है। इस घटना में कांग्रेस ने केंद्र से दखल देने की मांग की थी। कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने कहा था कि यह बहुत नीच हरकत है। विदेश मंत्री एस जयशंकर को यह मुद्दा कनाडा के अधिकारियों के सामने मजबूती से उठाना चाहिए।
कनाडा के उच्चायुक्त ने की निंदा
भारत में कनाडा के उच्चायुक्त कैमरून मैके ने इस घटना पर प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने ट्वीट कर लिखा कि मैं कनाडा में आयोजित एक कार्यक्रम की खबरों से डर गया हूं, जहां दिवंगत इंदिरा गांधी की हत्या का जश्न मनाया गया। कनाडा में नफरत या हिंसा को बढ़ा-चढ़ाकर दिखाने की कोई जगह नहीं है। मैं इन गतिविधियों की निंदा करता हूं।
राहुल की आहत है देश को बदनाम करने की
विदेश मंत्री जयशंकर ने कांग्रेस नेता राहुल गांधी पर भी निशाना साधा। उन्होंने कहा कि उनकी (राहुल गांधी) आदत है कि जब वो बाहर जाते हैं तो वे देश की आलोचना करते हैं। हमारी राजनीति के बारे में टिप्पणी करते हैं। दुनिया देख रही है कि इस देश में चुनाव होते हैं और चुनाव में कभी एक पार्टी जीतती है, कभी दूसरी पार्टी। अगर देश में लोकतंत्र नहीं है तो ऐसा परिवर्तन तो नहीं आना चाहिए…हमें पता है कि 2024 के चुनाव का नतीजा तो वही होगा।