Jamshedpur : मानगो फ्लाईओवर निर्माण को लेकर जमशेदपुर पश्चिमी के विधायक सरयू राय ने गुरुवार को सर्किट हाउस में अधिकारियों के साथ बैठक की। इस मीटिंग में पथ निर्माण विभाग के अधिकारियों ने फ्लाईओवर के बारे में जानकारी दी है। बताया गया है कि इस रोड पर फ्लाईओवर के 14 पिअर बनाए जाएंगे। मीटिंग में एक घंटे से अधिक समय तक फ्लाईओवर के रैंप निर्माण से जुड़े बिंदुओं पर चर्चा हुई।
बैठक में प्रभारी एसडीओ चरणजीत सिंह, पथ निर्माण विभाग के कार्यपालक अभियंता दीपक सहाय, मानगो नगर निगम के उप नगर आयुक्त कृष्णा कुमार, ट्रैफिक इंस्पेक्टर हरियाउध करमाली, डीआरए कंपनी के प्रोजेक्ट इंचार्ज और स्थानीय प्रतिनिधि उपेंद्र सिंह मस्तान सहित अन्य लोग मौजूद थे।
अधिकारियों ने बताया कि रैंप के निर्माण में 14 खंभे खड़े किए जाने हैं और एक साथ सभी खंभों पर नहीं बल्कि एक बार में तीन खंभों पर काम होगा। दो खंभों के बीच सड़क के दोनों ओर से पार जाने के लिए पर्याप्त स्थान छोड़ा जाएगा ताकि दुकानदारों के कारोबार और विद्यार्थियों की आवाजाही पर असर कम हो। निर्माण कार्य एक सप्ताह तक ट्रायल आधार पर चलेगा और इसके बाद समीक्षा कर आगे की रणनीति बनाई जाएगी।
ट्रैफिक व्यवस्था में भी बदलाव किया गया है। सुबह 6 से 9 बजे तक बड़ा हनुमान मंदिर से मानगो पुल की ओर ट्रैफिक पूरी तरह खुला रहेगा और दिनभर मानगो पुल से बड़ा हनुमान मंदिर की ओर आवागमन जारी रहेगा। पायल सिनेमा से मानगो चौक तक सड़क का एक हिस्सा निरंतर खुला रहेगा, जिस पर केवल दोपहिया वाहन, टेंपो और छोटी कारें चलेंगी। बड़ा हनुमान मंदिर से मानगो चौक की ओर आने वाले वाहनों को दाईगुट्टू की दिशा में डायवर्ट किया जाएगा। बड़ी गाड़ियां 15 नंबर से नेशनल हाईवे या चेपा पुल होते हुए ओल्ड पुरुलिया रोड की ओर भेजी जाएंगी।
बैठक में यह सुझाव भी आया कि डिमना चौक से मानगो चौक तक पूरे दिन नो-एंट्री लागू की जाए क्योंकि दो बार इंट्री खोलने से जाम की स्थिति उत्पन्न होती है।
एक फोन पर स्वीकृत हुए 65 करोड़ रुपये
विधायक सरयू राय ने कहा कि फ्लाईओवर निर्माण पिछले 14 महीनों से इसलिए रुका था क्योंकि जुस्को की ऊपर से गुजर रही बिजली लाइन और नीचे से गुजर रही पानी की पाइपलाइन को हटाने के लिए स्वीकृति लंबित थी। जुस्को ने इसके लिए 65 करोड़ रुपये का अनुमान दिया था, लेकिन फाइल पास नहीं हो रही थी। 26 नवंबर को उन्होंने चाईबासा के अधीक्षण अभियंता को फोन कर त्वरित स्वीकृति देने को कहा और उसी दिन स्वीकृति जारी कर दी गई। इसके बाद निर्माण कार्य में तेजी आने की उम्मीद है।

