- छात्राओं के भविष्य पर संकट, कॉलेज प्रबंधन के फैसले से 100 से ज्यादा छात्राएं प्रभावित
Jamshedpur (Jharkhand): जमशेदपुर के बिष्टुपुर स्थित प्रतिष्ठित वीमेंस कॉलेज, जो अब विश्वविद्यालय में तब्दील हो चुका है, ने एक अप्रत्याशित फैसले से इंटरमीडिएट की पढ़ाई कर रही छात्राओं के भविष्य को अधर में लटका दिया है। कॉलेज प्रबंधन ने अचानक फरमान जारी कर सभी इंटरमीडिएट की छात्राओं को संस्थान छोड़ने का आदेश दिया है। इस फैसले से कला, विज्ञान और वाणिज्य संकायों की लगभग 100 छात्राएं बुरी तरह प्रभावित हुई हैं।
इन छात्राओं ने कॉलेज में पूरे डेढ़ साल तक अपनी पढ़ाई पूरी की है और अब वे अगले छह महीनों में स्नातक में दाखिला लेने की तैयारी में थीं। लेकिन कॉलेज प्रबंधन के इस अचानक लिए गए निर्णय ने उनके सपनों को एक बड़ा झटका दिया है। प्रबंधन का कहना है कि विश्वविद्यालय बनने के बाद अब यहां इंटरमीडिएट की कक्षाएं संचालित नहीं की जा सकती हैं। उन्होंने छात्राओं को अन्य निजी कॉलेजों या स्कूलों में अपना स्थानांतरण कराने की सलाह दी है, जिससे छात्राएं गहरे असमंजस में पड़ गई हैं कि वे अब कहां जाएं और अपनी शिक्षा कैसे पूरी करें।
कॉलेज के इस फैसले के खिलाफ अब छात्राएं एकजुट होने लगी हैं। शनिवार को सभी प्रभावित छात्राएं उपायुक्त कार्यालय पहुंचीं और उपायुक्त कर्ण सत्यार्थी से मिलकर अपनी पीड़ा बताई। छात्राओं ने डीसी से हस्तक्षेप कर उनके भविष्य को बचाने और उन्हें अपनी शिक्षा पूरी करने का अवसर प्रदान करने की गुहार लगाई। छात्राओं ने जोर देकर कहा कि बिना किसी पूर्व सूचना के इस तरह का निर्णय लेना सरासर अन्याय है। उन्होंने मांग की है कि जब तक उनकी इंटरमीडिएट की पढ़ाई पूरी नहीं हो जाती, तब तक उन्हें कॉलेज में पढ़ने की अनुमति दी जाए।