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जामताड़ा : उड़ीसा में झरने का जहरीला पानी पीने से तीन लोगों की मौत, छह की हालत गंभीर

by Rakesh Pandey
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जामताड़ा : उड़ीसा के बड़बिल स्थित जोरा में एक झरने का जहरीला पानी पीने से जामताड़ा के रहने वाले तीन लोगों की हालत बिगड़ गई और बारी-बारी कर तीनों की मौत हो गई। जबकि, इसी झरने का जहरीला पानी पीकर बीमार हुए छह लोगों का गंभीर हालत में जामताड़ा, धनबाद और रांची समेत अन्य जगहों पर इलाज चल रहा है। मरने वालों में चेंगायडीह के खास टोला के ताहिर हुसैन का 24 वर्षीय बेटा रियाज अंसारी, अकलू मियां के 25 साल का बेटा कमरूद्दीन अंसारी और नारायणपुर थाना क्षेत्र के मंझलाडीह गांव का आदिवासी युवक शामिल है। युवक के बारे जामताड़ा की मेडिकल टीम जानकारी जुटाने में लगी है। जबकि, गंभीर रूप से बीमार फजलूल मियां के बेटे आरिफ का धनबाद में इलाज चल रहा है। वहीं नारायणपुर के नारोडीह के युवक का रांची रिम्स में इलाज चल रहा है। जबकि सदर अस्पताल में जामताड़ा में चीरूडीह में 24 वर्षीय गुलाम अंसारी व महबूब अंसारी का इलाज जामताड़ा सदर अस्पताल में चल रहा है। वहीं, दो गंभीर रूप बीमार युवकों का अलग-अलग जगहों पर इलाज चल रहा है। इन सबका जामताड़ा की मेडिकल टीम सूचना के आधार पता लगाने में जुटी है।

झरने के पास लगा था पानी ना पीने व इसमें ना नहाने की चेतावनी वाला बोर्ड 

जामताड़ा मेडिकल टीम की निगरानी इलाजरत गुलाम अंसारी व महबूब अंसारी ने बताया कि वे लोग केबल का काम करने एक ठेकेदार के साथ उड़ीसा के बड़बिल गए थे। जामताड़ा के नौ लोग एक साथ इस टीम में शामिल थे। वहीं बड़बिल स्थित जोरा के पास एक झारने में पहले उन्होंने बेतहाशा गर्मी में नहाया और उसका पानी भी पी लिया। इस दौरान वहां के स्थानीय लोगों ने उन्हें यहां नहाता देख सबको तुरंत झरने से बाहर निकलने को कहा और तत्काल डाक्टरी जांच की सलाह दी। झरने के पास ही एक चेतावनी वाला बोर्ड भी लगा था, लेकिन वे इसपर झारने में उतरने से पहले ध्यान ना दे पाए। इसमें झरने में ना नहाने और पानी का इस्तेमाल ना करने की सलाह दी गई थी। बाहर निकलने के कुछ ही देर बाद सबकी हालत बिगड़ने लगी और पूरे बदन में दर्द के साथ तेज बुखार व कंपकंपी आने लगी। उनकी बिगड़ती हालत देख उनका ठेकेदार वहां से भाग खड़ा हुआ। आनन-फानन में वहां डाक्टरों से दवाई लेकर वे जल्दबाजी में अपने घर के लिए निकल पड़े।

बारी-बारी कर तीन ने दम तोड़ा :
मामले की जांच को पहुंची जामताड़ा सदर अस्पताल की मेडिकल टीम दो गंभीर रूप से बीमार चीरूडीह के लोगों की जांच को पहुंची। जहां पता चला कि एक जून को चेंगायडीह के रहने वाले रियाज अंसारी की पहले ही मौत हो चुकी है। साथ ही इसी गांव के कमरूद्दीन की मौत दो जून हुई। जबकि, नारायणपुर थाना क्षेत्र के मंझलाडीह के रहने वाले आदिवासी युवक ने भी दो जून को ही दम तोड़ दिया है। सभी मरने वालों के लक्षण एक जैसे थे। इनकी मौत तेज बुखार, बदन दर्द और हाई टाइफाइड की वजह से हुई। साथ ही इनके मुंह से लगातार झाग आने की शिकायत मिल रही थी। टीम में प्रभारी चिकित्सा प्रभारी डा नीलेश कुमार, वेक्टर जनित रोग सलाहकार रत्नेश शर्मा, एमपी डब्ल्यू मनोज कुमार तिवारी, रूपेश कुमार, लैब टैक्निशियन बबलू कुमार समेत अन्य स्वास्थ्य कर्मी शामिल थे। टीम ने बताया कि जामताड़ा सदर अस्पताल में इलाजरत गुलाम अंसारी व महबूब अंसारी में लगातार तेज बुखार के साथ बदन दर्द और हाई टाइफाइड के लक्षण दिख रहे हैं।

बयान….

सदर अस्पताल जामताड़ा में भर्ती दोनों लोगों में लगातार तेज बुखार के साथ बदन दर्द की शिकायत देखने को मिल रही है। मुंह से झाग भी निकल रहा है। शुरूआती दौर में इनमें हाइटाइफाइड के लक्षण दिख रहे हैं। उड़ीसा ब्रेन मलेरिया वाला जाेन माना जाता है। इसकी भी जांच की जा रही है। रिपोर्ट आने के बाद ही कुछ साफ हो सकेगा। धनबाद और रांची में भर्ती लोगों की रिपोर्ट भी मंगवाई जा रही है। ताकि इनके लक्षणों को जान इनका बेहतर इलाज किया जा सके।
नीलेश कुमार, प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी, जामताड़ा

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