Home » Janmashtami 2025 Live : ‘नंद के घर आनंद भयो, जय कन्हैया लाल की…’, आज मनाएं श्रीकृष्ण जन्मोत्सव, जानें पूजन विधि, शुभ योग और महत्व

Janmashtami 2025 Live : ‘नंद के घर आनंद भयो, जय कन्हैया लाल की…’, आज मनाएं श्रीकृष्ण जन्मोत्सव, जानें पूजन विधि, शुभ योग और महत्व

by Rakesh Pandey
Janmashtami 2025 Live : 'नंद के घर आनंद भयो, जय कन्हैया लाल की…', आज मनाएं श्रीकृष्ण जन्मोत्सव, जानें पूजन विधि, शुभ योग और महत्व
WhatsApp Group Join Now
Telegram Group Join Now
Instagram Follow Now

Janmashtami 2025 Live Updates : भाद्रपद मास के कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि को मनाया जाने वाला श्रीकृष्ण जन्मोत्सव आज पूरे देश में श्रद्धा और उत्साह के साथ मनाया जा रहा है। इस बार जन्माष्टमी शनिवार, 16 अगस्त 2025 को है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, इसी दिन भगवान विष्णु ने श्रीकृष्ण के रूप में जन्म लिया था। आज देशभर में मंदिरों और घरों में विशेष पूजा, भजन-कीर्तन, झांकियां और रात्रि जागरण आयोजित किए जा रहे हैं।

श्रीकृष्ण जन्माष्टमी 2025 का शुभ मुहूर्त (Janmashtami Puja Shubh Muhurat)

अष्टमी तिथि प्रारंभ : 16 अगस्त को सुबह 09:20 बजे

अष्टमी तिथि समाप्त : 17 अगस्त को प्रातः 10:10 बजे तक

श्रीकृष्ण जन्म पूजा मुहूर्त : रात 12:04 बजे से 12:47 बजे तक

पूजा की कुल अवधि : 43 मिनट

इस विशेष समय में दूध, दही, घी, शहद और तुलसी पत्ते से श्रीकृष्ण का पंचामृत अभिषेक किया जाता है और भोग लगाया जाता है।

जन्माष्टमी 2025 के दिन बन रहे हैं अद्भुत शुभ योग

इस साल जन्माष्टमी पर कई ज्योतिषीय संयोग बन रहे हैं जो इस पर्व को और भी शुभ और फलदायक बना रहे हैं। आज के दिन बनने वाले प्रमुख योग हैं…

अमृत सिद्धि योग

सर्वार्थ सिद्धि योग

वृद्धि योग

ध्रुव योग

श्रीवत्स योग

गजलक्ष्मी योग

बुधादित्य योग

इन योगों में भगवान श्रीकृष्ण की आराधना करने से भक्तों को आध्यात्मिक लाभ, धन-संपत्ति, और परिवार में सुख-शांति प्राप्त होती है।

पूजन विधि (Janmashtami Poojan Vidhi)

घर की साफ-सफाई के बाद पूजन स्थल पर श्रीकृष्ण की बाल रूप प्रतिमा स्थापित करें।

दीपक जलाकर पंचामृत से अभिषेक करें।

फूल, माखन-मिश्री, तुलसी पत्ता, पंजीरी, फल और दूध का भोग अर्पित करें।

श्रीकृष्ण जन्म की झांकी सजाएं और रात 12 बजे आरती करें।

रात्रि जागरण करें और भजन-कीर्तन में भाग लें।

मथुरा-वृंदावन में विशेष आयोजन

मथुरा और वृंदावन, जो श्रीकृष्ण की लीला स्थली हैं, वहां जन्माष्टमी का आयोजन अत्यंत भव्य रूप से हो रहा है। मंदिरों को फूलों और झालरों से सजाया गया है। लड्डू गोपाल की झांकी, सांस्कृतिक कार्यक्रम, मटकी फोड़ प्रतियोगिता और रात्रि जागरण जैसे आयोजन लोगों को श्रीकृष्ण की भक्ति में डुबो रहे हैं।

Read Also- Janmashtmi 2025 : द्वारिकाधीश मंदिर में दर्शन के समय में बदलाव, जानें 16-17 अगस्त का पूरा शेड्यूल

Related Articles

Leave a Comment