RANCHI : झारखंड सरकार का स्वास्थ्य विभाग उपलब्धियों को लेकर अपनी पीठ थपथपा रहा है। राज्य में नियमों के पालन कराने की बात भी कही जाती है, लेकिन, सच्चाई हकीकत से कोसों दूर है। इसका अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि गढ़वा जिले में 141 हॉस्पिटल और क्लिनिक बिना लाइसेंस के चल रहे है। इसकी जानकारी वहां के सिविल सर्जन ने दी है। इसका खुलासा ज्योति शर्मा द्वारा आरटीआई से मांगी गई जानकारी में हुआ है।
इसमें यह भी बताया गया है कि 12 संस्थानों पर कार्रवाई की गई। उनमें कुछ को सील कर दिया गया है। वहीं 10 हजार रुपये तक फाइन लगाकर छोड़ दिया गया। इसके बाद विभाग ने अन्य हॉस्पिटलों और क्लिनिकों की सुध भी नहीं ली।
धड़ल्ले से हो रहा संचालन
कार्रवाई नहीं किए जाने से गढ़वा में प्राइवेट हॉस्पिटल धड़ल्ले से चल रहे हैं। बिना लाइसेंस के चल रहे हॉस्पिटलों में भले ही मरीजों का इलाज चल रहा है,लेकिन वे लोग मरीजों की जान से खेल रहे है। अगर कोई अनहोनी हो जाए तो इसके लिए जिम्मेवार कौन होगा। किस आधार पर हॉस्पिटल का संचालन करने वालों पर कार्रवाई होगी। सबसे बड़ा सवाल ये है कि कई संस्थानों का वर्चुअल इंस्पेक्शन कर विभाग ने अपनी ड्यूटी पूरी कर ली। इससे समझा जा सकता है कि क्लिनिकल इस्टैब्लिशमेंट एक्ट (सीईए) का पालन कराने के लिए विभाग कितना गंभीर है।
केवल इन संस्थानों पर हुई कार्रवाई
ज्योति नर्सिंग होम संगबरिया मेराल, 10 हजार रुपये फाइन, सीईए का उल्लंघन, वर्चुअल इंस्पेक्शन।
निर्वाणा नेत्रालय गढ़वा, 10 हजार रुपये फाइन, सीईए का उल्लंघन, वर्चुअल इंस्पेक्शन।
राधा पार्वती हॉस्पिटल एंड रिसर्च सेंटर गढ़वा, 10 हजार रुपये फाइन, सीईए का उल्लंघन, वर्चुअल इंस्पेक्शन।
मां गायत्री पॉस्पिटल गढ़वा, 10 हजार रुपये फाइन, सीईए का उल्लंघन, वर्चुअल इंस्पेक्शन।
एसएस प्रसाद क्लिनिक, एफआईआर के बाद सील, दो मरीजों की इलाज के दौरान मौत, एमओआईसी नगर उंटारी ने किया इंस्पेक्शन।
सौम्या हॉस्पिटल, सील, सर्जरी के बाद मरीज की मौत, बीडीओ गढ़वा ने किया इंस्पेक्शन।
श्री साई फ्रैक्चर क्लिनिक, एफआईआर के बाद सील, इंस्पेक्शन के दौरान नहीं मिला कोई डॉक्टर, एमओआईसी एंड बीडीओ मंझिआव ने किया निरीक्षण।
चंद्रिका हॉस्पिटल एंड रिसर्च सेंटर, 10 हजार रुपये फाइन, बायोमेडिकल वेस्ट मैनेजमेंट, सीएस व डीडीएम ने किया इंस्पेक्शन।
लाडली सेवा सदन, एफआईआर के बाद सील, फिर रजिस्ट्रेशन कैंसिल, बिना रजिस्ट्रेशन की अल्ट्रासाउंड मशीन मिली।
साई पैथोलैब, सील के बाद 5000 रुपये फाइन, बिना रजिस्ट्रेशन का क्लिनिक, एसडीओ गढ़वा व सीएस गढ़वा ने किया निरीक्षण।
केयर अल्ट्रासाउंड सेंटर, कर दिया गया बंद, इंस्पेक्शन के दौरान डॉक्टर नहीं मिले, एसडीओ गढ़वा ने किया निरीक्षण।
वैष्णवी अल्ट्रासाउंड सेंटर, कर दिया गया बंद, इंस्पेक्शन के दौरान डॉक्टर नहीं मिले, एसडीओ गढ़वा ने किया निरीक्षण।