जमशेदपुर : झारखंड यूनियन ऑफ सेकेंडरी टीचर्स (जेयूएसटी) की पूर्वी सिंहभूम इकाई के प्रतिनिधिमंडल ने शनिवार को राज्य के शिक्षा मंत्री रामदास सोरेन से मुलाकात की। इस दौरान संघ ने शिक्षकों की समस्याओं को मंत्री के समक्ष रखा और समाधान की उम्मीद जताई।
जाड़े की छुट्टियां रद्द किये जाने का विरोध
मुलाकात के दौरान, संघ के सदस्यों ने मंत्री को बताया कि कुछ जिलों के जिला शिक्षा पदाधिकारियों ने 26 दिसंबर से 1 जनवरी तक की शीतकालीन (जाड़ा) छुट्टियां रद्द करने का आदेश जारी किया है। संघ का कहना है कि यह आदेश शिक्षकों के लिए अनुचित और अन्यायपूर्ण है। जेयूएसटी ने इसे तुगलकी फरमान बताते हुए कहा कि विभागीय कैलेंडर में निर्धारित छुट्टियों को रद्द करना शिक्षकों के मानसिक दबाव को बढ़ा रहा है। संघ के सदस्य बताते हैं कि यह छुट्टियां उन्हें अपने परिवार के साथ समय बिताने का अवसर प्रदान करती हैं, और इस आदेश से उनका जीवन अस्त-व्यस्त हो रहा है।
वेतन भुगतान में देरी पर नाराजगी
संघ ने यह भी बताया कि सरकार ने क्रिसमस से पहले कर्मचारियों के वेतन भुगतान को सुनिश्चित करने का निर्देश दिया था, लेकिन वित्त विभाग द्वारा आवंटन की कमी के कारण कई शिक्षकों को अब तक वेतन नहीं मिल पाया है। इस देरी ने शिक्षकों के आर्थिक संकट को और बढ़ा दिया है। मंत्री रामदास सोरेन ने इन समस्याओं को गंभीरता से सुना और शीघ्र समाधान का आश्वासन दिया। उन्होंने कहा कि शिक्षकों की समस्याओं का समाधान प्राथमिकता के आधार पर किया जाएगा।
प्रतिनिधिमंडल में ये थे शामिल
शिक्षा मंत्री रामदास सोरेन से मिलने वाले प्रतिनिधिमंडल में संघ के जिला अध्यक्ष राजू घोष, जिला सचिव रूपक कुमार दे, सदस्य राजकुमार सेन, गिरधारी कुंडू, मनजीत धाउडिया, दिलीप भकत, आभा सिन्हा, अर्चना कुमारी, बेबी कुमारी, हरेंद्र यादव, संजय कुमार भकत, सुब्रत प्रधान समेत अन्य शामिल थे।