रांची : झारखंड में बहुचर्चित शराब घोटाला मामले में भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (ACB) की कार्रवाई लगातार जारी है। इसी क्रम में छत्तीसगढ़ के कारोबारी सिद्धार्थ सिंघानिया को ACB ने रायपुर से गिरफ्तार कर लिया है। आधिकारिक सूत्रों के अनुसार, उन्हें रायपुर कोर्ट में पेश कर ट्रांजिट रिमांड पर रांची लाया जाएगा।
कोर्ट से पहले ही लिया गया था गिरफ्तारी वारंट
ACB ने सिद्धार्थ सिंघानिया के खिलाफ पहले ही कोर्ट से गिरफ्तारी वारंट हासिल कर लिया था। सिंघानिया की गिरफ्तारी से पहले निलंबित IAS अधिकारी विनय कुमार चौबे और नेक्सजेन कंपनी के मालिक विनय कुमार सिंह के खिलाफ भी वारंट जारी किया गया था। ACB की कार्रवाई में घोटाले के तार अब राज्य से बाहर भी जुड़ते जा रहे हैं।
अब तक इनकी हो चुकी है गिरफ्तारी
ACB ने अब तक इस शराब घोटाला केस में सात लोगों को गिरफ्तार किया है, जिनमें प्रशासनिक और वित्तीय महकमे के कई बड़े अधिकारी शामिल हैं:
विनय कुमार चौबे – निलंबित IAS, पूर्व प्रधान सचिव
अमित प्रकाश – पूर्व उत्पाद आयुक्त
गजेंद्र सिंह – संयुक्त आयुक्त, उत्पाद
सुधीर कुमार दास – पूर्व महाप्रबंधक (वित्त)
सुधीर कुमार – महाप्रबंधक (वित्त सह अभियान)
नीरज कुमार सिंह – मार्शन इनोवेटिव का प्रतिनिधि
सिद्धार्थ सिंघानिया – छत्तीसगढ़ के शराब कारोबारी
इन सभी को ACB ने गिरफ्तार कर रांची के बिरसा मुंडा केंद्रीय कारागार, होटवार भेज दिया है।
पूर्व उत्पाद आयुक्त से हुई थी पूछताछ
इससे पहले मंगलवार को पूर्व उत्पाद आयुक्त अमित प्रकाश को गिरफ्तार कर ACB मुख्यालय में गहन पूछताछ की गई थी।
सूत्रों के अनुसार, पूछताछ के दौरान वित्तीय अनियमितताओं, कमीशन सेटअप और प्लेसमेंट एजेंसियों की भूमिका पर विशेष ध्यान दिया गया।
एसीबी की जांच में सामने आया व्यापक घोटाला
शराब घोटाले में इन बातों का खुलासा हुआ है कि ठेके, लाइसेंस आवंटन, कमीशन फिक्सिंग और एजेंसी नियुक्तियों में भारी अनियमितताएं की गई थीं। ACB की टीमें वित्त विभाग, उत्पाद विभाग और निजी कंपनियों के गठजोड़ की गहन जांच कर रही है।