रांची : झारखंड की राजधानी रांची से लेकर गुमला की घाटियों तक, सुबह की धुंध अब मानो सर्द हवाओं का संदेश लेकर उतर रही है। पहली बार इस सीजन में पारा 10 डिग्री से नीचे फिसला और सर्दी ने चार साल का रिकॉर्ड तोड़ दिया। शहरों की सड़कों पर सन्नाटा, गांवों में अलाव की तपिश, और स्कूल जाते छोटे बच्चों के कांपते कदम, सब मिलकर बता रहे हैं कि झारखंड में कड़ाके की ठंड ने सचमुच दस्तक दे दी है। मौसम विभाग के अनुसार, रांची समेत 11 जिले फिलहाल शीतलहर की चपेट में हैं, जबकि गुमला इस समय झारखंड का सबसे ठंडा जिला बनकर उभरा है। राज्य के कई हिस्सों में न्यूनतम तापमान सीजन के सबसे निचले स्तर पर पहुंच गया है।
गुमला में पारा 3°C, मैकलुस्कीगंज में 4°C, झारखंड में टूटा चार साल का रिकॉर्ड
सर्दी के इस मौसम में पहली बार तापमान ने रिकॉर्ड गिरावट दर्ज की है। गुमला का न्यूनतम तापमान 3°C तक पहुंच गया, जबकि मैकलुस्कीगंज में पारा 4°C रिकॉर्ड किया गया। मौसम वैज्ञानिकों के अनुसार, इस बार न्यूनतम तापमान 10°C से नीचे 9.4°C तक आ गया, जो पिछले चार वर्षों में सबसे कम स्तर है। यह गिरावट राज्य में बढ़ती शीतलहर की स्थिति को दर्शाती है।
रांची में भी तेज गिरावट, बोकारो और मेदिनीनगर में पारा सामान्य से कई डिग्री नीचे
राजधानी रांची में भी तापमान में उल्लेखनीय गिरावट हुई है। शुष्क उत्तरी हवाओं के प्रभाव के कारण रांची का न्यूनतम तापमान सामान्य से 2 डिग्री कम दर्ज किया गया। बोकारो में पारा 8.5°C रहा, जो सामान्य से करीब 5°C कम है। मेदिनीनगर में न्यूनतम तापमान 6.1°C रिकॉर्ड किया गया, जो औसत से 4.3°C नीचे है। उधर, चाईबासा राज्य का सबसे गर्म स्थान रहा, जहां अधिकतम तापमान 28°C दर्ज किया गया।
दिन-रात के तापमान में 17 डिग्री का अंतर, सुबह-शाम शीतलहर जैसी स्थिति
झारखंड में तापमान में आई गिरावट ने सुबह और शाम को शीतलहर जैसी परिस्थिति बना दी है। तेज ठंडी हवाओं के कारण सुबह और रात की सर्दी काफी बढ़ गई है। दिन में धूप हल्की राहत देती है, लेकिन सूर्यास्त के बाद ठंड का असर तेज हो जाता है। ग्रामीण इलाकों में सर्दी का असर शहरी क्षेत्रों की तुलना में अधिक महसूस किया जा रहा है, विशेषकर सुबह स्कूल जाने वाले छोटे बच्चों को अधिक परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।
मौसम वैज्ञानिकों का अनुमान है कि आने वाले दिनों में न्यूनतम तापमान में 1-2°C तक और गिरावट संभव है। हालांकि अधिकतम तापमान में बड़े बदलाव की संभावना कम है। राज्य के अधिकांश जिलों में ठंड का असर अगले कुछ दिनों तक और ज्यादा रहने की उम्मीद है।
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