बेंगलुरु : आज कर्नाटक बंद का एलान किया गया है, जिसे लेकर राजनीति तेज हो गई है। बेंगलुरु के सिटी पुलिस कमिश्नर बी. दयानंद ने चेतावनी दी है कि शनिवार को होने वाले कर्नाटक बंद में किसी भी व्यक्ति या प्रतिष्ठान को भाग लेने के लिए मजबूर करने पर कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
उन्होंने कहा कि पुलिस सामान्य स्थिति सुनिश्चित करने के लिए कड़ी सुरक्षा व्यवस्था करेगी, जिसमें 60 राज्य रिजर्व पुलिस (KSRP) की पलटन, 1,200 होमगार्ड और समस्त सिविल व ट्रैफिक पुलिस बल शामिल होंगे।
यह बंद बेलगावी में एक बस कंडक्टर पर हालिया हमले के विरोध में आयोजित किया जा रहा है, जो एक यात्री से मराठी में बात नहीं करने पर हुआ था।
स्कूल-कॉलेज खुले रहेंगे
बंद के बावजूद, शैक्षणिक संस्थान खुले रहेंगे। बेंगलुरु अर्बन डिप्टी कमिश्नर जगदीश जीए ने कहा है कि पहले से चल रही परीक्षाएं बाधित नहीं होंगी। शिक्षा विभाग ने भी दोहराया है कि कोई भी स्कूल स्तर की परीक्षा फिर से नहीं होगी। CBSE और CISCE से जुड़े स्कूलों ने भी आश्वासन दिया कि उनकी निर्धारित परीक्षाएं, जिनमें ISC होम साइंस और CBSE कक्षा 12 की परीक्षाएं शामिल हैं, वे योजना के अनुसार जारी रहेंगी।
प्रमुख सार्वजनिक परिवहन सेवाएं, जैसे कि नम्मा मेट्रो, बीएमटीसी और केएसआरटीसी, ने घोषणा की है कि उनकी संचालन सेवाएं सामान्य रूप से जारी रहेंगी। हालांकि, ऑटोरिक्शा और एप आधारित कैब सेवाएं सीमित हो सकती हैं, क्योंकि कुछ यूनियन इस बंद का समर्थन कर रहे हैं।
सार्वजनिक संपत्ति को हुआ नुकसान, तो सख्ती से निपटेगी पुलिस
कमिश्नर दयानंद ने चेतावनी दी है कि अगर बंद के दौरान सार्वजनिक या निजी संपत्ति को कोई नुकसान हुआ तो उससे सख्ती से निपटा जाएगा और बंद कराने वालों से मुआवजा वसूला जाएगा।
पुलिस के अनुसार, कन्नड़ ओकुटा के नेता वताल नागराज ने बंद के लिए अनुमति मांगी थी, लेकिन इसे अस्वीकार कर दिया गया।
बंद का समर्थन करते हुए नागराज ने कहा, ‘कर्नाटक बंद 100 प्रतिशत प्रभावी होगा। घर पर रहिए, स्कूल या कॉलेज मत जाइए। बंद का मतलब यह नहीं है कि हम अराजकता पैदा करें, आग लगाएं, या परेशानी उत्पन्न करें’।