रुड़की : शनिवार को पूर्व विधायक कुंवर प्रणव सिंह चैंपियन और निर्दलीय विधायक उमेश कुमार के बीच हुए विवाद ने रविवार को बड़ा रूप ले लिया। शनिवार को दोनों के बीच अपशब्द कहने को लेकर विवाद शुरू हुआ था, जिसके बाद दोनों पक्षों के समर्थक आमने-सामने आ गए। रविवार को चैंपियन के समर्थकों ने उमेश कुमार के कैंप कार्यालय पर हमला कर दिया और तोड़फोड़ की। इस दौरान ताबड़तोड़ फायरिंग और मारपीट का भी आरोप लगा है।
शनिवार को हुआ था विवाद
शनिवार को कुंवर प्रणव सिंह चैंपियन और उमेश कुमार के बीच किसी मुद्दे पर बहस हुई थी, जिसमें दोनों ने एक-दूसरे पर अपशब्द कहे। विवाद के बाद उमेश कुमार ने सोशल मीडिया पर चैंपियन को चुनौती दी और उन्हें सामने आने के लिए ललकारा। इसी को लेकर उमेश कुमार अपने समर्थकों के साथ देर रात चैंपियन के कैंप कार्यालय और लंढौरा महल के बाहर पहुंचे। वहां हंगामा किया गया, जिससे मामला और बिगड़ गया।
चैंपियन के समर्थकों का पलटवार
रविवार को चैंपियन और उनके समर्थक उमेश कुमार के कार्यालय पर पहुंच गए। वहां उन्होंने तोड़फोड़ की और उमेश कुमार के समर्थकों से मारपीट की। इस दौरान फायरिंग होने का भी आरोप है। घटना के चलते माहौल तनावपूर्ण हो गया। उमेश कुमार के तीन समर्थक इस झड़प में घायल हो गए, जिन्हें इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
मौके पर पहुंची पुलिस
घटना की सूचना मिलते ही रुड़की के सीओ नरेंद्र पंत के नेतृत्व में भारी पुलिस बल मौके पर पहुंचा। पुलिस ने स्थिति को काबू में किया और घटना की जानकारी ली। सीओ नरेंद्र पंत ने बताया कि फायरिंग के आरोपों को गंभीरता से लिया जा रहा है और मामले की जांच की जा रही है। शुरुआती जांच के आधार पर केस दर्ज करने की प्रक्रिया जारी है।
कैंप कार्यालयों पर तैनात किया गया पुलिस बल
विवाद के बाद दोनों पक्षों के कैंप कार्यालयों पर तनाव को देखते हुए भारी पुलिस बल तैनात किया गया है। पुलिस ने मौके पर मौजूद लोगों से पूछताछ कर बयान दर्ज किए हैं। वहीं, स्थानीय प्रशासन ने दोनों नेताओं और उनके समर्थकों को कानून-व्यवस्था बनाए रखने की चेतावनी दी है।
विवाद की वजह बना सोशल मीडिया
सूत्रों के मुताबिक, उमेश कुमार द्वारा सोशल मीडिया पर चैंपियन को ललकारना और चुनौती देना इस विवाद को और भड़काने की वजह बनी। उमेश कुमार के समर्थकों ने शनिवार रात हंगामा कर मामले को तूल दिया, जिससे चैंपियन के समर्थकों ने पलटवार किया।
मामले ने पकड़ा राजनीतिक रंग
इस घटना ने राजनीतिक रंग भी ले लिया है। दोनों नेताओं के बीच व्यक्तिगत विवाद अब समर्थकों के बीच संघर्ष का कारण बन गया है। मामले की गंभीरता को देखते हुए प्रशासन ने सभी संबंधित पक्षों को सख्त कार्रवाई की चेतावनी दी है।
पुलिस ने क्या कहा?
सीओ नरेंद्र पंत ने बताया कि स्थिति को नियंत्रण में कर लिया गया है और घटना की विस्तृत जांच जारी है। फायरिंग के आरोपों की भी जांच की जा रही है। दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
घायलों का इलाज जारी
इस हिंसक झड़प में घायल हुए उमेश कुमार के तीन समर्थकों का स्थानीय अस्पताल में इलाज चल रहा है। डॉक्टरों ने उनकी स्थिति स्थिर बताई है। वहीं, पुलिस ने इलाके में सुरक्षा बढ़ा दी है ताकि किसी तरह की अप्रिय घटना को रोका जा सके। फिलहाल, पुलिस की जांच जारी है और सभी संबंधित पक्षों से अपील की गई है कि वे शांति बनाए रखें। इस मामले में दोषियों पर जल्द कार्रवाई होने की उम्मीद है।
Read also डोनाल्ड ट्रंप का बांग्लादेश को झटका, सभी सहायता तुरंत रोकने का दिया आदेश