अनुपमा उपाध्याय, फोटोन न्यूज: मध्य प्रदेश के शाजापुर ज़िले के कलेक्टर किशोर कन्याल (Kishore Kanyal) को सीएम मोहन यादव ने ट्रक ड्राइवर से गलत तरीके से बोलने पर उन्हें पद से हटा दिया है। दरअसल, कुछ दिनों पहले किशोर कन्याल के ट्रक ड्राइवर्स से बातचीत के एक हिस्से का वीडियो वायरल हुआ था। इस वीडियो में मध्य प्रदेश के शाजापुर ज़िले के कलेक्टर किशोर कन्याल ट्रक ड्राइवर से ये कहते दिखते हैं कि – “क्या करोगे तुम, क्या औकात है तुम्हारी”?
औकात की बात पर ट्रक ड्राइवर ने दिया यह जवाब
वीडियो में दिख रहा है कि जब ट्रक ड्राइवर से कलेक्टर औकात की बात करते हैं तो वहां खड़ा एक ड्राइवर उनको जवाब देता है- यही तो हमारी लड़ाई है कि हमारी कोई औकात नहीं है। हम हाथ जोड़कर आपसे विनती कर रहे हैं। यह वीडियो सोशल मीडिया पर काफी वायरल हो रहा है।
वायरल वीडियो पर मध्य प्रदेश के सीएम ने क्या कहा
यह वीडियो वायरल होने के बाद मध्य प्रदेश के सीएम डॉ मोहन यादव ने इस पर अपनी प्रतिक्रिया दी है।इस घटना पर मोहन यादव ने हाल ही में एक बयान में कहा है कि अधिकारियों (Kishore Kanyal) को ऐसी भाषा बोलना उचित नहीं है, विशेषकर इस सरकार को जो गरीबों की सरकार मानते हैं। उनका कहना है कि प्रधानमंत्री मोदी जी के नेतृत्व में यह सरकार गरीबों के कल्याण के लिए काम कर रही है, और ऐसा कहकर उन्होंने बताया कि यह सरकार उनका शोषण नहीं कर रही है।
वह आगे कहते हैं कि अधिकारी चाहे जितने भी बड़े क्यों न हों, उन्हें लोगों के काम और भाव को समझना व सम्मान करना चाहिए। उनका मानना है कि हमारी शिक्षित और सभ्य सरकार को इस तरह की भाषा स्वीकार नहीं करनी चाहिए।
मैं खुद एक मजदूर परिवार का बेटा : सीएम
दरअसल, सीएम ने कहा कि, ”मैं खुद एक मजदूर परिवार का बेटा हूं। मैं समझता हूं कि कोई अधिकारी ऐसी भाषा बोलता है तो उसे पद में रहने का अधिकार नहीं है। सीएम मोहन यादव ने चेतावनी भी दी है कि दोबारा जो अधिकारी इस पद पर आएगा, वह अपनी भाषा और व्यवहार का खास ध्यान रखे। उन्होंने कह कि उन्हें ऐसी भाषाओं से मन में पीड़ा हुई, वो कभी इसे क्षमा नहीं करेंगे।”
कलेक्टर Kishore Kanyal ने दी सफाई
सीएम का बयान आने से पहले कलेक्टर किशोर कन्याल (Kishore Kanyal) ने भी अपनी सफाई पेश की थी। इसमें किशोर कन्याल ने कहा था क़ि उनका उद्देश्य था कि ये स्पष्ट रहे कि कोई भी व्यक्ति क़ानून व्यवस्था क़ो नहीं बिगाड़ेगा। किशोर कन्याल ने काहा आपको आंदोलन शांतिपूर्ण तरीके से करना चाहिए, इस कोई समस्या नहीं है, मगर कोई ट्रकवाला सामान लेकर आ रहा है तो उसे आगे जाने दें। सामान वाले ट्रक को ना रोके।
कन्याल कहते हैं की मेरी बात को लेकर एक व्यक्ति बार-बार कहने लगा कि अगर तीन तारीख़ के बाद हमारा मुद्दा नहीं सुलझता है तो हम किसी भी हद तक जा सकते हैं और क़ानून व्यवस्था की कोई परवाह नहीं करेगें। उस बात को लेकर मुझे गुस्सा आया था तो मैंने वह कह दिया। मगर मैं फिर से स्पष्ट रूप से कहाना चाहता हूं कि क़ानून व्यवस्था को बनाए रखना हमारी ज़िम्मेदारी है।
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