सतगावां (कोडरमा): सतगावां थाना क्षेत्र के कोठियार पंचायत के अंतर्गत पिपराकोनी हदहदवा नदी से शनिवार को सतगावां पुलिस ने शव बरामद किया गया। शव की शिनाख्त रजौली थाना क्षेत्र के चटकरी निवासी 35 वर्षीय बसंत राजवंशी के रूप में हुई। बसंत की पत्नी फूलमनी देवी ने 21 जून को रजौली थाने में पति के अपहरण को लेकर शिकायत दी थी।
काेठियार पंचायत के ग्रामीणों ने शनिवार को पिपराकोनी हदहदवा नदी में शव पड़ा देखा। उनकी सूचना पर पुलिस मौके पर पहुंची और शव को बरामद किया। फूलमनी देवी ने पति के अपहरण की शिकायत रजौली थाने में शिकायत दी थी कि सुरेश यादव, गुड्डू यादव समेत कई लोगों ने घर से उसके पति को अगवा कर लिया था। बसंत राजवंशी मूल रूप से अकबरपुर थाना क्षेत्र के इटावा गांव का रहने वाला था। बसंत अभ्रक व्यवसायी थे और शारदा माइंस में काम करते थे। वह रजौली थाना क्षेत्र के चटकरी गांव में रहकर कारोबार संभाल रहे थे। वहां से 21 जून को अपहरण किया गया। पुलिस के अनुसार, अधिक संभावना है कि हत्या के बाद मोटरसाइकिल पर शव लाकर हदहदवा नदी में फेंक दिया गया। पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए सदर अस्पताल कोडरमा भेज दिया है।
शारदा माइंस में अवैध उत्खनन में पहले भी गईं जानें
बिहार-झारखंड सीमा पर शारदा माइंस से अवैध रूप से बड़े पैमाने पर माइका का उत्खनन होता है। यहां खोदाई को लेकर वर्चस्व की लड़ाई भी होती रही है। वर्चस्व को लेकर पिछले साल दो गुटों में गोलीबारी हुई थी। गोलीबारी की घटना के बाद कोडरमा पुलिस ने होली फैमिली के समीप मोटरसाइकिल से जा रहे तीन बदमाशों को गिरफ्तार किया था। उनके पास से दो अवैध पिस्टल, एक दोनाली बंदूक तथा बरामद किया गया। उनकी निशानदेही पर कोडरमा और ढोढाकोला में छापेमारी कर गोलीबारी में शामिल चार अन्य बदमाशों की गिरफ्तारी हुई थी। इनके कब्जे से दो पिस्टल, दोनाली का एक बंदूक, एक देसी कार्बाइन, एक रायफल, सात पीस कारतूस, 190 पीस डेटोनेटर, 20 पीस पावरजेल बरामद किया गया था। यहीं नहीं, यहां उत्खनन कर रहे अभ्रक व्यवसायी भी खूनी खेल में शामिल रहते हैं। वर्चस्व की लड़ाई में पहले भी कई लोगों की जान जा चुकी है। यही नहीं, पिछले दिनों इसी माइंस में चाल धंसने से छह मजदूरों की मौत हो गई थी।