पटना : आरजेडी सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव करीब सात साल बाद मंगलवार को गोपालगंज के अपने पैतृक गांव फुलवरिया पहुंचे हैं। लालू के साथ उनकी पत्नी व पूर्व सीएम राबड़ी देवी और बड़े बेटे व राज्य सरकार में मंत्री तेजप्रताप यादव भी साथ हैं। गांव पहुंचने पर सबसे पहले लालू प्रसाद यादव ने गांव के मंदिर स्थित माता के दरबार में हाजिरी लगाई। किडनी ट्रांसप्लांट के बाद पहली बार अपने गांव पहुंचे लालू का इस दौरान खुशी का ठिकाना नहीं है। इस दौरान लालू की एक झलक पाने के लिए सैकड़ों ग्रामीणों की भीड़ मंदिर के बाहर मौजूद रही। लोग उनके समर्थन में नारेबाजी भी करते नजर आए।
थावे मंदिर में भी की पूजा अर्चना:
लालू प्रसाद पत्नी राबड़ी देवी और बेटे तेजप्रताप यादव के साथ इससे पहले थावे दिर पहुंचे थे और माता भवानी से देश और प्रदेश में सुख समृद्धि की कामना की। थावे से वे अपने पैतृक गांव फुलवरिया पहुंचे। विदित हो कि पहले जेल की सजा काटने और फिर बीमारी के कारण लालू लंबे समय से अपने गांव नहीं जा सके थे लेकिन जब किडनी ट्रांसप्लांट के बाद उनकी तबीयत ठीक हुई तो उन्हें अपने परिवार और गांव के लोगों से मिलने की इच्छा हुई और यही कारण है कि वे करीब सात साल बाद गोपालगंज के फुलवरिया गांव पहुंचे हैं।
गांव में जाते रहते हैं तेज प्रताप:
भले ही लालू प्रसाद यादव यादव अपने गांव फुलवरिया पहुंचे हों । लेकिन यादव परिवार का नाता अपने गांव से हमेशा जुड़ा रहता है। यही वजह है कि उनके दोनों बेटे समस सामय पर गांव जाते रहते हैं। खासकर बड़े बेटे तेज प्रताप का गांव से विशेष लगाव है। यही वजह है कि वे सोशल मीडिया पर अपने गांव का वीडियो बनाकर डालते रहते हैं। कभी वे रेलवे स्टेशन तो कभी गांव का सैर अपने फैंस को कराते हैं। उनके द्वारा बनाए गए अपने गांव का वीडियो वायरल भी होता है।