मध्य प्रदेश : मध्य प्रदेश में हाल ही में कुछ लोगों के साथ एक ऐसा हादसा हो गया जिसे वे कभी नहीं भूलेंगे। दरअसल, जंगल में घूम रहे एक तेंदुए का मोबाइल वीडियो बनाते और उसे छेड़ने पर, तेंदुआ आक्रामक होकर कुछ लोगों पर टूट पड़ा, जिसके बाद घायलों को अस्पताल पहुंचाना पड़ गया। इस घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर चर्चा का विषय बना हुआ है।
तेंदुए को उकसाया और फिर
रविवार को मध्य प्रदेश के शहडोल जिले में कुछ लोग जंगल में पिकनिक मनाने गए थे, जहां एक तेंदुआ उनके बहुत नजदीक घूम रहा था। जैसे ही इनकी नजर झाड़ियों के पीछे तेंदुए पर पड़ी, वे उसका वीडियो बनाने लगे और उसे उकसाने लगे। वायरल वीडियो में देखा जा सकता है कि कैसे कुछ युवक तेंदुए को ‘आ जा आ जा’ कहकर पुकार रहे हैं। कुछ देर तेंदुआ इन युवकों को देखता रहा, और फिर झाड़ियों से निकलकर वीडियो बना रहे ग्रुप की ओर सीधे दौड़ पड़ा।
तीन लोग हुए जख्मी
रिपोर्ट के अनुसार, घटना में घायल हुए तीन लोगों की पहचान शहडोल पुलिस के सहायक उप-निरीक्षक नितिन समदरिया, खितौली से लगभग 100 किलोमीटर दूर शहडोल शहर के निवासी आकाश कुशवाह और नंदिनी सिंह के रूप में हुई है। ये तीनों, 50-60 लोगों के समूह के साथ यहां पिकनिक मनाने आये थे। पीड़ितों, जिनमें से दो के सिर पर गंभीर चोटें थीं, को इलाज के लिए अस्पताल ले जाया गया।
सोहागपुर पुलिस स्टेशन के प्रभारी भूपेन्द्र मणि पांडे ने बताया, “तेंदुए ने महिला के सिर में अपने पंजे गड़ा दिए जिससे महिला गंभीर रूप से घायल हो गई।” कानून प्रवर्तन की त्वरित प्रतिक्रिया के कारण पीड़ितों को तत्काल चिकित्सा सहायता मिल गई।
कुछ ही सेकंड में हंसी-मजाक भरा पिकनिक उस वक्त दहशत में बदल गया, जब गुस्साए तेंदुए ने झपट्टा मारा। उसने दो लोगों पर हमला किया और फिर एक अन्य व्यक्ति को जमीन पर खींच लिया और उसे काटने की कोशिश की। वीडियो में घबराए हुए पिकनिक ग्रुप ‘भाग’ चिल्लाते हुए सुने गए।
यूजर्स का रिएक्शन
तेंदुए को अपनी ओर आते देख, वहां मौजूद लोग डर गए और वीडियो रिकॉर्ड करते हुए भागने लगे। वीडियो में एक व्यक्ति कह रहा है, “अरे नहीं, मत कर।” इस वीडियो ने सोशल मीडिया में यूजर्स का ध्यान अपनी ओर खींचा है। यूजर्स ने जानवर का मजाक उड़ाने के लिए पिकनिक मानाने वालों की आलोचना की है। एक यूजर ने लिखा, “साफ निर्देश है कि जानवरों को न छेड़ें, अब काटने का आनंद लें।” एक अन्य यूजर ने कमेंट किया, “मांगा था ना!” एक अन्य ने लिखा, “लोग कभी नहीं सुधरेंगे।’
जारी की गई थी एडवाइजरी
शहडोल के उप-विभागीय वन अधिकारी बादशाह रावत के अनुसार, हाल ही में एक एडवाइजरी जारी की गई थी जिसमें लोगों से जंगल में न जाने का अनुरोध किया गया था। एक इंटरव्यू में उन्होंने कहा, “हाल ही में क्षेत्र में बाघ के हमले की एक और घटना हुई थी, जिसके बाद एडवाइजरी जारी की गई थी। हमने अधिकारियों से ग्रामीणों और अन्य लोगों को जंगलों में न जाने के लिए सचेत करने को कहा है। ऐसी घटनाओं में लोगों की मदद के लिए एक नियंत्रण कक्ष भी स्थापित किया गया है।”

