लोहरदगा : झारखंड के लोहरदगा जिला स्थित कुडू प्रखंड के सिंजो नावाटोली गांव निवासी महिला मंगरी उरांव सुकुरहुटू पतरा के जंगल में दो हाथियों के हमले में गंभीर रूप से घायल हो गई। हाथी के हमले के दौरान मंगरी उरांव ने हिम्मत नहीं हारी और अपनी जान बचा ली। जानकारी के अनुसार मंगरी उरांव जंगल में दतवन और साल का पता तोड़ने गई थी। वहां वह दो हाथियों के बीच फंस गई। घटना के दौरान एक हाथी ने उसे जोर तरीके से पटक दिया, लेकिन मंगरी उरांव ने अदम्य साहस दिखाते हुए हाथियों को चकमा देकर अपनी जान बचा ली।
घटना शुक्रवार सुबह लगभग 10:00 बजे हुई। उस वक्त मंगरी उरांव अपने गांव की अन्य महिलाओं के साथ सुकुरहुटू पतरा के जंगल में गई थीं। हाथियों के हमले के बावजूद मंगरी उरांव ने झाड़ियों का सहारा लेकर चतुराई से हाथियों को चकमा दिया और सुरक्षित दूरी तक निकलने में सफल रही। उसके बाद मंगरी ने जंगल में मौजूद अन्य महिलाओं को आवाज देकर सहायता के लिए बुलाया।
गांववालों ने पहुंचाया अस्पताल
घायल मंगरी उरांव को अन्य महिलाओं ने जंगल से बाहर निकाला और गांववालों को घटना की सूचना दी। गांव के लोग तुरंत मौके पर पहुंचे और घायल मंगरी उरांव को कुडू सीएचसी पहुंचाया। वहां प्राथमिक उपचार के बाद मंगरी उरांव को को बेहतर इलाज के लिए लोहरदगा सदर अस्पताल रेफर कर दिया गया।
क्या कहते हैं ग्रामीण
स्थानीय ग्रामीणों का कहना है कि हाथियों के हमले की घटनाएं अक्सर जंगल के आसपास के गांवों में होती हैं। वहां लोग जंगल से प्राप्त होेने वाले संसाधनों पर निर्भर रहते हैं। प्रशासन को ऐसी घटनाओं को रोकने और वन्यजीव मानव संघर्ष को कम करने के लिए और सख्ती से उपाय करने की आवश्यकता है। ग्रामीणों ने जिला प्रशासन से जंगल के रास्तों और वन्यजीव गतिविधियों पर नजर रखने की मांग की है। साथ ही उन्होंने सुरक्षा उपाय बढ़ाने और हाथियों के आवागमन के मार्गों को चिन्हित करने की आवश्यकता बताई है।