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Maha Kumbh 2025: ममता कुलकर्णी ने किन्नर अखाड़े का महामंडलेश्वर पद छोड़ा, कहा- मैं साध्वी बनी रहूंगी

अजय दास ने इस विवाद पर बयान देते हुए कहा कि अब अखाड़े का पुनर्गठन किया जाएगा और जल्द ही नए आचार्य महामंडलेश्वर का नाम घोषित किया जाएगा।

by Anurag Ranjan
Maha Kumbh 2025: ममता कुलकर्णी ने किन्नर अखाड़े का महामंडलेश्वर पद छोड़ा, कहा- मैं साध्वी बनी रहूंगी
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प्रयागराज : पूर्व बॉलीवुड अभिनेत्री ममता कुलकर्णी ने किन्नर अखाड़े का महामंडलेश्वर पद छोड़ दिया है। उन्होंने एक वीडियो के जरिए बताया कि वह एक साध्वी हैं और आगे भी साध्वी बनी रहेंगी। ममता ने यह स्पष्ट किया कि उन्हें महामंडलेश्वर की उपाधि देने के बाद कुछ लोगों को आपत्ति हुई, जिससे विवाद शुरू हुआ, और इस वजह से उन्होंने यह कदम उठाया।

साध्वी के रूप में अपने जीवन को कर चुकीं हूं समर्पित : ममता

ममता ने इस बात को स्वीकार किया कि उन्हें 25 वर्षों से साध्वी के रूप में अपनी पहचान बनाई है और वह आगे भी इसी राह पर चलेंगी। उनका कहना था कि उन्हें अखाड़े में महामंडलेश्वर का पद देने से विवाद उत्पन्न हो गया, और इस विवाद को लेकर उन्होंने इस पद छोड़ने का निर्णय लिया। ममता ने कहा कि बॉलीवुड को छोड़ने के बाद उन्होंने एक अलग जीवन अपनाया था, और वह साध्वी के रूप में पूरी तरह से अपने जीवन को समर्पित कर चुकी हैं।

उन्होंने यह भी कहा कि महामंडलेश्वर के रूप में मिलने वाला सम्मान उनके लिए एक प्रशिक्षण की तरह था, लेकिन इसके बाद जो आक्रोश हुआ, वह अनावश्यक था। उनका कहना था कि उनके लिए जो गुरु हैं, उनके समान कोई भी नहीं हो सकता, और ऐसे विवादों से बचना उनके लिए बेहतर होगा। ममता ने यह भी बताया कि वे अब किसी कैलाश या मानसरोवर जाने की जरूरत महसूस नहीं करतीं।

आचार्य महामंडलेश्वर के पद से हटाए गए थे लक्ष्मी नारायण त्रिपाठी

हाल ही में ममता को किन्नर अखाड़े से निष्कासित कर दिया गया था। इसके बाद लक्ष्मी नारायण त्रिपाठी को भी आचार्य महामंडलेश्वर के पद से हटा दिया गया था। यह कदम किन्नर अखाड़े के संस्थापक ऋषि अजय दास ने उठाया था। इस पर लक्ष्मी नारायण त्रिपाठी ने प्रतिक्रिया देते हुए कहा था कि अजय दास को अखाड़े से निकाल दिया गया था, इसलिए वह उन्हें इस पद से हटाने का अधिकार नहीं रखते।

अजय दास ने इस विवाद पर बयान देते हुए कहा कि अब अखाड़े का पुनर्गठन किया जाएगा और जल्द ही नए आचार्य महामंडलेश्वर का नाम घोषित किया जाएगा। गौरतलब है कि ममता कुलकर्णी को 24 जनवरी को किन्नर अखाड़े में महामंडलेश्वर के रूप में नियुक्त किया गया था। यह निर्णय लक्ष्मी नारायण त्रिपाठी की पहल पर लिया गया था, लेकिन इसके बाद ममता का इस्तीफा और इस पूरे विवाद ने किन्नर अखाड़े में हलचल मचा दी है।
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