मुंबई : उद्धव ठाकरे के नेतृत्व वाली शिवसेना के कार्यकर्ता शुक्रवार को दक्षिण मुंबई में एक कंपनी के कार्यालय में घुस गए और एक बिहारी प्रबंधक को फटकार लगाई। उस पर कथित तौर पर एक महाराष्ट्रियन कर्मचारी को मानसिक रूप से परेशान करने का आरोप है। कहा जा रहा है कि वो बिहारी मैनेजर हर वक्त एक ही बात दोहराता रहता था।
एक बिहारी सब पर भारी, कहता रहता था मैनेजर
कंपनी के कर्मचारियों का कहना है कि मैनेजर बार-बार कहता था कि ‘एक बिहारी सब पे भारी’ (एक बिहारी हर किसी पर हावी होने के लिए पर्याप्त है)। खबरों के अनुसार, कंपनी में पिछले 10 साल से काम कर रहे मराठी कर्मचारी ने आरोप लगाया कि उसका बिहारी मैनेजर पिछले छह महीने से उसे परेशान कर रहा था और उसे ‘एक बिहारी सब पे भारी’ कहता रहता था।
कर्मचारी ने की शिवसेना से शिकायत
उत्पीड़न से तंग आकर मराठी कर्मचारी ने कंपनी के प्रबंधकों से लिखित शिकायत भी की थी। इसके बाद भी जब किसी ने उसकी नहीं सुनी, तो मराठी कर्मचारी ने उद्धव ठाकरे के नेतृत्व वाली शिवसेना से संपर्क करने का फैसला किया। गौरतलब है कि शिवसेना हमेशा से महाराष्ट्र में आए बाहरी लोगों के विरूद्ध लड़ती रही है। शिवसेना की पहचान ‘मिट्टी के मूल पुत्रों’ के लिए लड़ने की रही है।
ऑफिस पहुंच शिवसेना ने कहा, कितनों पर बोझ
इसका नतीजा यह हुआ कि एक विभाग के प्रमुख संतोष शिंदे कुछ शिवसैनिकों (यूबीटी) के साथ कार्यालय में घुस गए और बिहारी मैनेजर से पूछा कि मुझे बताओ कि तुम कितने लोगों पर बोझ बनोगे। आप (मराठी कर्मचारी) पवार से क्या कह रहे हैं? क्या बिहारी सबके लिए बोझ है? आप कितने लोगों पर बोझ डालेंगे? मुझे बताओ।
अगर नहीं सुधरा, तो पुलिस से करेंगे शिकायत
इसके बाद बताया गया कि बिहारी मैनेजर से बात करने के बाद वे नीचे उतर गए और मामला सुलझ गया। मराठी कर्मचारी ने मैनेजर के खिलाफ कोई पुलिस शिकायत दर्ज नहीं की है, जो कथित तौर पर छह महीने से उसे परेशान कर रहा था, क्योंकि उसे उम्मीद है कि उसकी परेशानी जल्द ही खत्म हो जाएगी। हालांकि, कर्मचारी ने यह साफ किया है कि यदि इसके बाद भी मैनेजर ने परेशान करना नहीं छोड़ा, तो वह पुलिस में शिकायत दर्ज कराएगा।