देवघर : झारखंड में देवघर जिले के मोहनपुर थाना क्षेत्र में कुछ दिन पहले हुए भीषण सड़क हादसे की गुत्थी को सुलझाने के लिए मद्रास (चेन्नई) के आईआईटी रोड सेफ्टी विशेषज्ञों की एक उच्चस्तरीय टीम शुक्रवार की देर शाम देवघर पहुंची। इसके बाद उन लोगों ने इसकी जांच शुरू की। टीम हादसे से जुड़े 17 तकनीकी और व्यावहारिक पहलुओं की गहन जांच कर रही है, ताकि दुर्घटना के कारणों की तह तक जा सके।
घटनास्थल पर जुटाए जा रहे हैं महत्वपूर्ण साक्ष्य
जांच टीम ने सबसे पहले मोहनपुर के जमुनिया-नावाकुरा स्थित दुर्घटनास्थल का दौरा किया। टीम के सदस्यों ने दुर्घटनाग्रस्त वाहनों का बारीकी से निरीक्षण किया और सड़क पर मौजूद साक्ष्यों को इकट्ठा किया। टीम के वरिष्ठ विशेषज्ञ ने बताया कि हादसे के मूल कारणों तक पहुंचने के लिए स्पीड, ब्रेकिंग सिस्टम, ड्राइवर की सतर्कता, सड़क की बनावट और ट्रक की स्थिति जैसे महत्वपूर्ण बिंदुओं की जांच की जा रही है। इसके साथ ही टीम ने घटनास्थल से मलबा और अन्य साक्ष्य भी जब्त किए हैं, जिनकी फॉरेंसिक और तकनीकी जांच की जाएगी।
घायलों से पूछताछ, दुर्घटना के चश्मदीद बने श्रद्धालु
यही नहीं, जांच टीम ने एम्स देवघर पहुंचकर उन घायलों से भी मुलाकात की, जो इस हादसे के शिकार हुए थे। टीम ने घायलों से दुर्घटना के समय वाहन की गति, ट्रक के आने की दिशा और हादसे के कारणों के बारे में विस्तृत पूछताछ की। घायलों के बयानों को प्रत्यक्षदर्शियों के बयान की तरह रिकॉर्ड किया गया है, जिनका बाद में तकनीकी विश्लेषण किया जाएगा। घायलों ने बताया कि ट्रक की रफ्तार बहुत तेज थी, जिससे उन्हें बचने का कोई मौका नहीं मिला।
मोहनपुर थाने में हुई ट्रक की जांच
जांच दल ने मोहनपुर थाने पहुंचकर उस गैस सिलेंडर से भरे ट्रक की भी जांच की, जो इस हादसे का मुख्य कारण बना। टीम ने ट्रक के पंजीकरण, फिटनेस सर्टिफिकेट, ब्रेकिंग सिस्टम, लोडिंग क्षमता और ड्राइवर की मेडिकल स्थिति की गहन समीक्षा की। टीम यह पता लगाने की कोशिश कर रही है कि क्या ट्रक में कोई तकनीकी खामी थी या नियमों का उल्लंघन किया गया था।
सड़क की संरचना और यातायात संकेतों की पड़ताल
रोड सेफ्टी विशेषज्ञों की टीम ने दुर्घटनास्थल के आसपास की सड़क संरचना, ढलान, रोड मार्किंग, साइनेज और स्ट्रीट लाइट की भी जांच की। टीम यह सुनिश्चित करना चाहती है कि कहीं सड़क में कोई तकनीकी खामी या अव्यवस्था तो नहीं थी, जिसकी वजह से यह हादसा हुआ। यह जांच आगामी कुछ दिनों तक जारी रहेगी और इसके बाद एक विस्तृत रिपोर्ट तैयार की जाएगी।