- ऑपरेशन सिंदूर के बाद भारत-पाक तनाव चरम पर, टीए को सक्रिय करने से बढ़ी धोनी की भूमिका पर चर्चा
New Delhi : ऑपरेशन सिंदूर के तहत पाकिस्तान और पाक अधिकृत कश्मीर (पीओके) में भारतीय सेना द्वारा नौ आतंकी ठिकानों पर किए गए सफल हमलों के बाद भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव अपने चरम पर है। इस गंभीर स्थिति को देखते हुए, केंद्र सरकार ने एक महत्वपूर्ण कदम उठाते हुए टेरिटोरियल आर्मी (टीए) को सक्रिय कर दिया है। इस बड़े फैसले के बाद, सबकी निगाहें भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व करिश्माई कप्तान महेंद्र सिंह धोनी पर टिक गई हैं, जो इस अर्धसैनिक बल में मानद लेफ्टिनेंट कर्नल के पद पर आसीन हैं।
क्या धोनी फिर से सेना की वर्दी में दिखेंगे?
भारतीय सेना के उच्च पदस्थ सूत्रों के अनुसार, मौजूदा सुरक्षा परिदृश्य को देखते हुए सेना प्रमुख को विशेष शक्तियां प्रदान की गई हैं। इन शक्तियों के तहत, सेना प्रमुख टेरिटोरियल आर्मी को भारतीय सशस्त्र बलों की सहायता के लिए तैनात कर सकते हैं। टेरिटोरियल आर्मी, जिसमें विभिन्न क्षेत्रों के पेशेवर और नागरिक शामिल हैं, देश की आंतरिक और सीमावर्ती सुरक्षा में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है।
एमएस धोनी 106 टेरिटोरियल आर्मी बटालियन (पैराशूट रेजिमेंट) से जुड़े हुए हैं। हालांकि, यह स्पष्ट किया गया है कि धोनी को भारतीय सेना द्वारा दी गई सैन्य रैंक एक मानद उपाधि है। उनकी भूमिका मुख्य रूप से एक प्रेरणा स्रोत के रूप में अधिक मानी जाती है, न कि सीधे युद्ध क्षेत्र में सक्रिय रूप से भाग लेने की। फिर भी, टेरिटोरियल आर्मी के सक्रिय होने के बाद, उनकी भूमिका और उपस्थिति महत्वपूर्ण हो सकती है।
धोनी का सैन्य प्रशिक्षण और योगदान
महेंद्र सिंह धोनी का भारतीय सेना के प्रति गहरा सम्मान और लगाव जगजाहिर है। उन्होंने 2015 में पैराट्रूपर के तौर पर गहन प्रशिक्षण लिया था और भारतीय वायुसेना के विमान से सफलतापूर्वक पांच बार पैराशूट जंप भी किया था, जो उनकी प्रतिबद्धता को दर्शाता है। इसके अतिरिक्त, 2019 में उन्होंने जम्मू-कश्मीर में 106 टीए बटालियन के साथ दो सप्ताह की तैनाती भी ली थी और कई सैन्य गतिविधियों और गश्त में सक्रिय रूप से हिस्सा लिया था।
आईपीएल 2025 स्थगित, क्या अब सेना में दिखेंगे धोनी?
एमएस धोनी ने भले ही 2020 में अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट को अलविदा कह दिया था, लेकिन वह आईपीएल 2025 में चेन्नई सुपर किंग्स के लिए बतौर खिलाड़ी मैदान पर उतरे थे। हालांकि, मौजूदा भारत-पाकिस्तान तनाव के चलते आईपीएल 2025 को अस्थायी रूप से स्थगित कर दिया गया है। ऐसे में, धोनी की संभावित सक्रियता को लेकर अटकलें तेज हो गई हैं। क्रिकेट प्रशंसकों के साथ-साथ देशवासी भी यह जानने को उत्सुक हैं कि क्या धोनी एक बार फिर सेना की वर्दी में देश सेवा करते हुए नजर आएंगे।
हालांकि, आधिकारिक तौर पर एमएस धोनी को किसी सक्रिय सैन्य अभियान में शामिल करने की कोई पुष्टि नहीं की गई है। लेकिन यदि टेरिटोरियल आर्मी के सदस्य सक्रिय होते हैं, तो धोनी एक प्रेरक और प्रतीकात्मक भूमिका में सेना की वर्दी में फिर से नजर आ सकते हैं, जिससे जवानों का मनोबल और बढ़ेगा। उनकी उपस्थिति युवा पीढ़ी को भी सेना में शामिल होने और देश सेवा करने के लिए प्रेरित कर सकती है।
टेरिटोरियल आर्मी की महत्वपूर्ण भूमिका
टेरिटोरियल आर्मी भारतीय सेना का एक महत्वपूर्ण अर्धसैनिक बल है। इसकी मुख्य भूमिका संकट की स्थिति में नागरिक पेशेवरों से बनी अपनी इकाइयों के माध्यम से नियमित बलों की सहायता करना है। टीए में विभिन्न क्षेत्रों के विशेषज्ञ शामिल होते हैं, जिनमें डॉक्टर्स, इंजीनियर्स, बिजनेस प्रोफेशनल्स और यहां तक कि खेल और मनोरंजन जगत की प्रसिद्ध हस्तियां भी शामिल हो सकती हैं। यह बल देश की सुरक्षा और आपदा प्रबंधन में महत्वपूर्ण योगदान देता है।
टेरिटोरियल आर्मी की सक्रियता और एमएस धोनी जैसे प्रतिष्ठित व्यक्ति का इससे जुड़ा होना, देश के युवाओं के लिए एक शक्तिशाली संदेश है। यह दर्शाता है कि देश सेवा केवल वर्दी पहनने तक ही सीमित नहीं है, बल्कि हर नागरिक अपने-अपने तरीके से राष्ट्र निर्माण में योगदान दे सकता है।