नई दिल्ली: दिल्ली में एक बार फिर हिंसा का ग्राफ बढ़ता हुआ दिख रहा है। राजधानी में ड्यूटी पर तैनात एक पुलिस कांस्टेबल की बेरहमी से हत्या कर दी गई है। यह घटना पूरे शहर को हिलाकर रख देने वाली है और कानून-व्यवस्था पर गंभीर सवाल खड़े करती है।
क्या दिल्ली में गुंडागर्दी का बोलबाला हो गया है? यह सवाल हर किसी के मन में उठ रहा है। गोविंदपुरी इलाके में हुई इस घटना ने लोगों में दहशत पैदा कर दी है। एक ओर जहां आम जनता सुरक्षित महसूस नहीं कर रही है, वहीं दूसरी ओर पुलिसकर्मी भी अब सुरक्षित नहीं हैं।
घटना का विवरण
शुक्रवार रात को गोविंदपुरी इलाके में पेट्रोलिंग कर रहे एक पुलिस कांस्टेबल किरण पाल पर अज्ञात हमलावरों ने चाकू से ताबड़तोड़ वार किए। इस हमले में कांस्टेबल गंभीर रूप से घायल हो गए और बाद में अस्पताल ले जाते समय उनकी मौत हो गई। पुलिस ने मौके से उनकी सरकारी बाइक बरामद की है।
पुलिस जांच में जुटी
पुलिस ने मामले की गंभीरता को देखते हुए तुरंत कार्रवाई शुरू कर दी है। आसपास लगे सीसीटीवी कैमरों की फुटेज खंगाली जा रही है ताकि हमलावरों की पहचान की जा सके। पुलिस का मानना है कि जल्द ही इस मामले का खुलासा कर दिया जाएगा।
सवालों के घेरे में पुलिस
इस घटना के बाद पुलिस प्रशासन भी सवालों के घेरे में आ गया है। लोग पूछ रहे हैं कि आखिर इतनी बड़ी घटना को अंजाम देने वाले अपराधी इतनी आसानी से कैसे फरार हो गए? क्या पुलिस प्रशासन पर्याप्त संख्या में पुलिसकर्मियों के साथ पेट्रोलिंग करवा रहा है?