पॉलिटिकल डेस्क, नई दिल्ली : केंद्रीय गृह मंत्रालय ने कांग्रेस नेता मणिशंकर अय्यर की बेटी यामिनी अय्यर (Yamini Aiyar) की संस्था सेंटर फॉर पॉलिसी रिसर्च के खिलाफ बड़ा एक्शन लिया है। यामिनी के नेतृत्व में चलने वाले फेमस थिंक टैंक सेंटर फॉर पॉलिसी रिसर्च (CPR) का फॉरेन कॉन्ट्रिब्यूशन रेगुलेशन एक्ट (FCRA) कैंसिल कर दिया है। अधिकारियों का कहना है कि यह संस्था नियमों का उल्लंघन कर रही थी।
नियमों के उल्लंघन के चलते लाइसेंस रद्द
गृह मंत्रालय के सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक, नियमों के उल्लंघन के चलते सेंटर फॉर पॉलिसी रिसर्च का FCRA लाइसेंस रद्द किया गया है। सेंटर फॉर पॉलिसी रिसर्च पहले भी सरकार के रडार पर थी। इससे पहले इस थिंक टैंक पर इनकम टैक्स के सर्वे हो चुके थे।
मार्च 2023 में गृह मंत्रालय ने CPR के FCRA लाइसेंस को 6 महीने के लिए सस्पेंड किया था। इसके बाद अब MHA के FCRA डिविजन ने इसका लाइसेंस कैंसिल कर दिया है। मंत्रालय के मुताबिक, थिंक टैंक CPR को फोर्ड फाउंडेशन सहित कई विदेशी संगठनों से धन प्राप्त हुआ था। थिंक टैंक पर ये भी आरोप लगे थे कि उसने गुजरात की सामाजिक कार्यकर्ता तीस्ता सीतलवाड़ के एनजीओ को भी चंदा दिया था।
पहले भी जांच के दायरे में थी संस्था
यामिनी अय्यर का थिंक टैंक पहले भी जांच के दायरे में रहा है। गृह मंत्रालय ने मार्च 2023 में उसका एफसीआरए लाइसेंस निलंबित कर दिया था। संगठन पर विदेशी योगदान से संबंधित नियमों का उल्लंघन करने का आरोप लगाया गया था। नीति अनुसंधान केंद्र विज्ञान विभाग द्वारा मान्यता प्राप्त एक गैर-लाभकारी संगठन है, जो नीति अनुसंधान और विकास पर ध्यान केंद्रित करता है। यह संगठन, जो भारत की आर्थिक प्रणाली को आकार देने की अपनी प्रतिबद्धता के लिए जाना जाता है, विचारकों और नीति-निर्माताओं को गहन शोध में संलग्न होने के लिए एक मंच प्रदान करता है।
छापेमारी के बाद से जांच के दायरे में थिंक टैंक
गृह मंत्रालय द्वारा यह कदम एफसीआरए के तहत गैर-लाभकारी संस्था के पंजीकरण को निलंबित करने के लगभग एक साल बाद उठाया गया है। आयकर विभाग द्वारा की गई छापेमारी के बाद से थिंक-टैंक जांच के दायरे में है। गृह मंत्रालय ने विदेशी अंशदान कानून के प्रावधानों के कथित उल्लंघन के लिए एनजीओ का एफसीआरए पंजीकरण रद्द कर दिया।
कौन हैं यामिनी अय्यर (Yamini Aiyar)
यामिनी अय्यर के पास नीति अनुसंधान और इंटरनेशनल कॉपरेशन में एक अच्छा बैकग्राउंड है, वह ओपन गवर्नमेंट पार्टनरशिप के अंतर्राष्ट्रीय विशेषज्ञ पैनल की संस्थापक सदस्य और आर्थिक मंच के सुशासन पर वैश्विक परिषद की सदस्य रही हैं। मणिशंकर अय्यर की बेटी यामिनी अय्यर 2017 में सेंटर फॉर पॉलिसी रिसर्च में शामिल हुईं और उन्हें नई दिल्ली में संगठन के प्रमुख के रूप में नियुक्त किया गया।
थिंक टैंक के साथ उनका जुड़ाव 2008 से है, जब उन्होंने सरकार में सेंटर फॉर अकाउंटेबिलिटी इनिशिएटिव्स में वरिष्ठ शोधकर्ता का पद संभाला था। केंद्रीय मंत्रालय की कार्रवाई संगठन के वित्त पोषण स्रोतों और कानूनी आवश्यकताओं के पालन पर सवाल उठाती है। यह हालिया कदम नियमों का अनुपालन सुनिश्चित करने के लिए विदेशी योगदान प्राप्त करने वाले संस्थानों की सरकार की चल रही जांच का हिस्सा है।
क्या है सेंटर फॉर पॉलिसी रिसर्च
सेंटर फॉर पॉलिसी रिसर्च भारत की 21वीं सदी की चुनौतियों पर ध्यान देने के साथ ही नीतिगत मुद्दों पर गहन शोध करता है। संस्था की वेबसाइट के अनुसार, इस संस्था के मंच पर भारत के थिंकर और पॉलिसी मेकर्स एक साथ आते हैं और नीतिगत मसलों पर फैसले लेते हैं। संस्था का दावा है कि इस कवायद का उद्देश्य इंडिया के ईको सिस्टम को विकसित करना है।
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