Vinay Kumar Choubey : रांची : झारखंड सरकार के पूर्व उत्पाद सचिव और शराब घोटाले में गिरफ्तार किए गए IAS विनय कुमार चौबे की मुश्किलें और बढ़ने वाली हैं। राज्य सरकार ने अब उनके खिलाफ आय से अधिक संपत्ति (Disproportionate Assets) मामले में प्रीलिमिनरी इन्क्वायरी (PE) दर्ज कर जांच शुरू करने का आदेश एंटी करप्शन ब्यूरो (ACB) को दे दिया है। यह आदेश मंत्रिमंडल, निगरानी और सचिवालय विभाग ने शुक्रवार को जारी किया।
IAS Vinay Choubey DA Case Details : क्या है पूरा मामला
शराब घोटाले में गिरफ्तारी के बाद विनय चौबे पर पद का दुरुपयोग कर अवैध संपत्ति अर्जित करने का आरोप भी सामने आया है। एसीबी ने पहले ही मंत्रिमंडल निगरानी विभाग से संपर्क कर उनके खिलाफ प्रारंभिक जांच की सिफारिश की थी। अब इस सिफारिश को मंजूरी मिलते ही आय से अधिक संपत्ति को लेकर विस्तृत जांच शुरू होगी।
क्यों हुआ जांच का आदेश Vinay Kumar Choubey पर, DA जांच क्यों जरूरी
20 मई 2025 को ACB ने पूछताछ के बाद विनय कुमार चौबे को गिरफ्तार किया था।
उनकी गिरफ्तारी के बाद उन्हें सरकारी सेवा से निलंबित कर दिया गया था।
जांच में सामने आया कि उन्होंने शराब दुकानों में मैनपावर सप्लाई को लेकर प्लेसमेंट एजेंसी के चयन में अनियमितताएं कीं।
इसी जांच के दौरान उनकी और उनके परिजनों की अचल संपत्तियों व कंपनियों में निवेश की जानकारी मिली।
Vinay Choubey Property and Asset Investigation : संपत्तियों और निवेश की जांच
रांची के सभी डिप्टी रजिस्ट्रार को पत्र भेजकर अचल संपत्तियों की जानकारी मांगी गई थी। रिपोर्ट में सामने आया कि पांच संपत्तियां विनय चौबे और उनके आश्रितों के नाम पर खरीदी गईं। ACB अब उनके परिवार के अन्य सदस्यों की संपत्ति की भी जांच कर रही है, जिनमें उनकी पत्नी, साले शिपित त्रिवेदी, उनकी पत्नी, कारोबारी विनय कुमार सिंह और उनकी पत्नी शामिल हैं।
Vinay Kumar Singh Again Absent from ACB Inquiry : पूछताछ जारी, सहयोग नहीं कर रहे करीबी
विनय चौबे के करीबी विनय कुमार सिंह शुक्रवार को भी ACB के समक्ष पेश नहीं हुए। उन्होंने बीमारी का हवाला देते हुए उपस्थित होने में असमर्थता जताई। यह लगातार दूसरी बार है, जब नोटिस मिलने के बावजूद वे पूछताछ में शामिल नहीं हुए। वहीं, ACB ने नेक्सजेन कंपनी के एकाउंटेंट राजीव झा और एसएस मोटो जेन के एकाउंटेंट वीरेंद्र वर्मा से पूछताछ की है।