नई दिल्ली : पंजाबी गायक एपी ढिल्लों के घर पर हुई फायरिंग के मामले में कनाडा पुलिस ने एक महत्वपूर्ण गिरफ्तारी की है। आरोपी का नाम अभिजीत किंगड़ा बताया गया है, जो कनाडा के ओंटारियो से पकड़ा गया। वहीं, पुलिस का कहना है कि दूसरा आरोपी, विक्रम शर्मा, भारत भाग चुका है। यह घटना 1 और 2 सितंबर की रात को हुई थी, जब एपी ढिल्लो के कनाडा स्थित बंगले पर दो हमलावरों ने फायरिंग की और गाड़ियों में आग लगा दी थी। एपी ढिल्लों के घर पर हुई फायरिंग की घटना और उसके पीछे की कहानी न केवल एक संगीतकार की व्यक्तिगत सुरक्षा से जुड़ी है, बल्कि यह दोनों देशों के राजनयिक संबंधों पर भी प्रभाव डाल सकती है। अब यह देखना होगा कि कनाडा पुलिस विक्रम शर्मा को पकड़ने के लिए कौन से कदम उठाती है और इस मामले की पूरी जांच कब तक पूरी होती है।
इस घटना ने एक बार फिर से यह सिद्ध कर दिया है कि समाज में सुरक्षा और शांति बनाए रखने के लिए सभी को मिलकर काम करना होगा। सभी संबंधित अधिकारियों और नागरिकों को इस दिशा में ध्यान देना होगा, ताकि ऐसी घटनाएं दोबारा न हों।
फायरिंग की घटनाएं
एपी ढिल्लों के घर पर हुई फायरिंग के साथ-साथ उसी दिन कनाडा में एक ज्वेलर के बंगले के बाहर भी गोलीबारी की गई थी। यह दोनों घटनाएं एक साथ हुई थीं और इनकी जिम्मेदारी लॉरेश बिश्नोई-गोल्डी बराड़ और रोहित गोदारा गैंग ने ली थी। उन्होंने एक पोस्ट के माध्यम से इन हमलों के बारे में जानकारी साझा की थी।
कनाडा पुलिस ने अभिजीत किंगड़ा को गिरफ्तार करने के बाद मामले की गंभीरता को समझते हुए आगे की जांच शुरू कर दी है। गिरफ्तार आरोपी विनीपेग इलाके का रहने वाला है, जबकि फायरिंग की घटना कूलवुड क्षेत्र में हुई थी।
भारत-कनाडा संबंधों पर असर
यह मामला भारत और कनाडा के बीच के रिश्तों पर एक बार फिर से सवाल उठाता है। हाल ही में कनाडा सरकार ने भारत पर आतंकी निज्जर की हत्या को लेकर गंभीर आरोप लगाए थे, जिससे दोनों देशों के संबंधों में खटास आई थी। अब, एपी ढिल्लो के घर पर फायरिंग के मामले में अभिजीत की गिरफ्तारी और विक्रम के भाग जाने की जानकारी से स्थिति और भी जटिल हो गई है।
पुलिस का कहना है कि विक्रम शर्मा भारतीय मूल का है और उसके पास उसकी कोई तस्वीर नहीं है। ऐसे में अगर आगे चलकर भारत पर आरोप लगाए जाते हैं, तो इससे दोनों देशों के संबंध और भी बिगड़ सकते हैं।
सुरक्षा और प्रवर्तन की चुनौतियां
इस प्रकार की घटनाएं न केवल व्यक्तिगत सुरक्षा के लिए खतरा होती हैं, बल्कि वे कानूनी और प्रवर्तन एजेंसियों के लिए भी बड़ी चुनौती प्रस्तुत करती हैं। कनाडा पुलिस को अब यह सुनिश्चित करना होगा कि इस तरह की घटनाएं भविष्य में न हों और जिन व्यक्तियों का नाम इन अपराधों में शामिल है, उन्हें गिरफ्तार किया जाए। इसके साथ ही यह भी महत्वपूर्ण है कि भारत और कनाडा दोनों देशों के बीच आपसी सहयोग को बढ़ाया जाए, ताकि ऐसी समस्याओं का प्रभावी समाधान किया जा सके।
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