रांची : झारखंड कांग्रेस के नवनियुक्त प्रदेश प्रभारी के राजू ने अपने पांच दिवसीय झारखंड प्रवास के दौरान उ. छोटानागपुर प्रमंडल के हजारीबाग जिले में रामगढ़, हजारीबाग, चतरा और कोडरमा के जिलाध्यक्षों, प्रमंडल अध्यक्षों व मंडल अध्यक्षों के साथ एक महत्वपूर्ण बैठक की। इस बैठक में कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने अपनी भावनाओं को प्रभारी के सामने रखा। जिसमें 20 सूत्री कार्यक्रम, विस्थापितों का मुआवजा, प्रखंडों में संगठन की स्थिति और सरकार और संगठन में सामंजस्य जैसे मुद्दों पर विस्तृत चर्चा की गई।
प्रभारी के राजू ने कहा कि कांग्रेस के कार्यकर्ताओं का सम्मान ही पार्टी का सम्मान है। उन्होंने यह भी कहा कि सभी विधायक और मंत्री कार्यकर्ताओं को सम्मान दें, क्योंकि कार्यकर्ता ही वह ताकत हैं जिनके कारण वे विधायक और मंत्री बने हैं। उन्होंने कहा कि संगठन के लिए दिन-रात मेहनत करने वाले कार्यकर्ता ही संगठन की मजबूती का प्रतीक हैं। के राजू ने सभी मंत्रियों को निर्देश दिया कि वे महीने में कम से कम एक बार जिला भ्रमण करें, ताकि कार्यकर्ताओं के बीच विश्वास और समर्पण को बढ़ाया जा सके।
कार्यकर्ताओं की भूमिका पर ध्यान
उन्होंने यह भी कहा कि संगठन की समीक्षा सभी की होगी, जिसमें विशेष ध्यान कार्यकर्ताओं की भूमिका पर दिया जाएगा। महिला, युवा और एससी-एसटी लीडरशिप को सशक्त बनाने को उन्होंने अपनी प्राथमिकता बताया। उनका मानना है कि जब लीडरशिप मजबूत होगी, तो संगठन भी मजबूत होगा और संगठन की बातें नीचे तक पहुंचेंगी।
विस्थापितों के मुद्दे उठाएगी पार्टी
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष केशव महतो कमलेश ने विस्थापन के मुद्दे को उठाया और कहा कि विस्थापितों के लिए मुआवजा एक बड़ी समस्या है। उन्होंने यह भी कहा कि पार्टी इस मुद्दे पर पूरी मजबूती के साथ आवाज उठाएगी और विस्थापितों का हक वापस दिलवाएगी। केशव महतो ने आरोप लगाया कि केंद्र सरकार मुआवजे की राशि हड़पने की कोशिश कर रही है, लेकिन कांग्रेस पार्टी विस्थापितों का हक लेकर रहेगी। इस बैठक में जे पी पटेल, अम्बा प्रसाद, हजारीबाग जिला अध्यक्ष शैलेंद्र यादव, रामगढ़ जिला अध्यक्ष मुन्ना पासवान, कोडरमा जिला अध्यक्ष भागीरथ पासवान, चतरा जिला अध्यक्ष प्रमोद कुमार दुबे सहित कई प्रमुख नेताओं ने भी अपने विचार रखे।
ये रहे मौजूद
इस अवसर पर पूर्व मंत्री के एन त्रिपाठी, योगेंद्र साव, शहजादा अनवर, अभिलाष साहु, सतीश पौल मुंजनी, शांतनु मिश्रा, रियाज अंसारी, भीम कुमार, मंजूर अंसारी, केदार पासवान, मुन्ना सिंह, अरुण साहू, डॉ आर सी प्रसाद, विनोद कुशवाहा, अवधेश सिंह, विजय यादव, नरसिंह प्रजापति, सुजीत नगवाल जैसे वरिष्ठ नेता भी उपस्थित थे।

