कराची/पेशावर : पाकिस्तान में शुक्रवार को अलग-अलग जगह हुए दो आत्मघाती धमाकों में 56 लोगों की मौत हो गई जबकि करीब 62 अन्य व्यक्ति घायल हुए हैं। पुलिस अधिकारियों ने बताया कि अशांत बलूचिस्तान प्रांत में एक मस्जिद के निकट एक आत्मघाती हमलावर ने खुद को विस्फोट से उड़ा लिया जिससे कम से कम 52 लोगों की मौत हो गई और लगभग 50 अन्य लोग घायल हो गए, जबकि एक अन्य मस्जिद में हुए आत्मघाती धमाके में चार लोगों की मौत हो गई। पैगंबर मोहम्मद का जन्मदिन ‘ईद ए मिलाद उन नबी’ मनाने के लिए मस्जिद के बाहर एक रैली के वास्ते भारी संख्या में लोग एकत्र हुए थे और उसी दौरान यह विस्फोट हुआ। पुलिस ने बताया इसके कुछ घंटे बाद खैबर पख्तूनख्वा के हांगू शहर में एक अन्य मस्जिद में हुए विस्फोट में कम से कम चार लोगों की मौत हो गयी और 12 अन्य घायल हो गये।
हमलावर ने डीएसपी की कार के पास खुद को विस्फोट से उड़ाया :
शहर पुलिस थाने के प्रभारी मोहम्मद जावेद लहरी ने बताया कि बलूचिस्तान में मस्तुंग जिले के अल फलाह रोड पर मदीना मस्जिद के निकट विस्फोट हुआ। उन्होंने कहा कि विस्फोट एक आत्मघाती विस्फोट था। हमलावर ने पुलिस उपाधीक्षक (डीएसपी) की कार के बगल में खुद को विस्फोट कर उड़ा लिया। इस आत्मघाती विस्फोट में मारे गए लोगों में रैली के दौरान ड्यूटी पर तैनात मस्तुंग के पुलिस उपाधीक्षक (डीएसपी) नवाज गश्कोरी भी शामिल हैं।
20 घायलों की हालत गंभीर :
मस्जिद के समीप विस्फोट उस वक्त हुआ जब लोग ईद-मिलाद उन नबी के मौके पर एकत्र हुए थे। पैगंबर मोहम्मद के जन्मदिवस पर ईद-मिलाद उन नबी पर्व मनाया जाता है। लहरी ने बताया कि घायलों को चिकित्सा केंद्रों में स्थानांतरित कर दिया गया है और अस्पतालों में आपातकाल लागू कर दिया गया है।
जिला स्वास्थ्य अधिकारी राशिद मुहम्मद सईद ने बताया कि 20 घायलों की हालत गंभीर होने पर उन्हें इलाज के लिए क्वेटा ले जाया गया है।
तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान ने घटना की निंदा की :
तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान (टीटीपी) ने शुक्रवार के विस्फोट में शामिल होने से इनकार करते हुए एक बयान में कहा कि ऐसा हमला उसकी नीतियों के खिलाफ है। समूह ने खैबर पख्तूनख्वा में हमले की भी निंदा की और कहा कि मस्जिदें, स्कूल और जनसभाएं हमारे लक्ष्यों का हिस्सा नहीं हैं। बलूचिस्तान के अंतरिम सूचना मंत्री जान अचाकजई ने कहा कि बचाव दलों को मस्तुंग भेजा गया है। उन्होंने कहा कि गंभीर रूप से घायल लोगों को क्वेटा स्थानांतरित किया जा रहा है और सभी अस्पतालों में आपात स्थिति लागू कर दी गई है। उन्होंने कहा कि शत्रु, विदेशी ताकतों की सरपरस्ती में बलूचिस्तान में शांति व धार्मिक सौहार्द को नष्ट करना चाहता है। यह विस्फोट असहनीय है।
गोलीबारी में एक आतंकवादी मारा गया, तीन फरार :
कार्यवाहक मुख्यमंत्री अली मर्दान डोमकी ने प्राधिकारियों को विस्फोट के लिए जिम्मेदार लोगों को गिरफ्तार करने का निर्देश दिया है। उन्होंने कहा कि हमले के दोषी किसी रहम के हकदार नहीं हैं। जिन्होंने भी शांतिपूर्ण जुलूस को निशाना बनाया है उनसे कड़ाई से निपटा जाएगा। मुख्यमंत्री ने लोगों से आतंकवाद के खिलाफ एकजुट रहने की अपील की। उन्होंने कहा कि इस्लाम शांति का धर्म है और जिन्होंने इस जघन्य अपराध को अंजाम दिया है उन्हें मुस्लिम नहीं कहा जा सकता। डोमकी ने इस घटना को लेकर सूबे में तीन दिन के राजकीय शोक की घोषणा की है। इस हमले के कुछ घंटे बाद खैबर पख्तूनख्वा प्रांत में एक मस्जिद में आत्मघाती बम धमाके में कम से कम चार लोगों की मौत हो गयी और 12 अन्य लोग घायल हो गए।
पुलिस के मुताबिक यह विस्फोट हांगू जिले के दोआबा पुलिस थाने के नजदीक मस्जिद के पास हुआ।
पुलिस के अनुसार पांच आतंकवादी दोआबा पुलिस थाने में घुस गए थे, लेकिन कानून प्रवर्तन बलों ने तुरंत उन पर गोलीबारी शुरू कर दी। गोलीबारी में जहां एक आतंकवादी मारा गया, वहीं दूसरे ने मस्जिद की इमारत के पास खुद को बम से उड़ा लिया, जिससे उसकी छत ढह गई। पुलिस ने बताया कि तीन आतंकवादी घटनास्थल से भाग गये।पुलिस ने बताया कि विस्फोट के समय मस्जिद में 30 से 40 नमाजी मौजूद थे। विस्फोट में चार लोग मारे गए और 12 अन्य घायल हो गए। पुलिस उपायुक्त फजले अकबर और आईजीपी अख्तर हयात गंडापुर दोनों ने अलग-अलग बयानों में इसकी पुष्टि की है। अंतरिम गृह मंत्री सरफराज अहमद बुगती ने भी घटना की कड़ी निंदा की है। बुगती ने कहा कि आतंकवादियों का कोई धर्म नहीं होता। उन्होंने बताया कि बचाव अभियान के दौरान सभी संसाधनों का इस्तेमाल किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि घायलों के उपचार में कोई कसर नहीं छोड़ी जाएगी और आतंकवादी किसी भी तरह से रहम के हकदार नहीं हैं।
पैगंबर मोहम्मद के जन्मदिन पर इस तरह का घृणित कृत्य निंदनीय :
इस बीच, पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज (पीएमएल-एन) के अध्यक्ष और पूर्व प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने कहा कि पैगंबर मोहम्मद के जन्मदिन पर इस तरह का घृणित कृत्य निंदनीय है। उन्होंने हमले की निंदा की और मृतकों के परिवार के प्रति संवेदनाएं व्यक्त की।बलूचिस्तान में हमले के बाद पंजाब सूबे की पुलिस ने कहा कि उसके ‘मेहनती अधिकारी’ पूरे प्रांत में जुम्मे की नमाज पर मस्जिदों की सुरक्षा का अपना कर्तव्य निर्वहन कर रहे हैं।
कराची पुलिस ने कहा कि अतिरिक्त महानिरीक्षक खादिम हुसैन रिंद ने मस्तुंग की घटना के मद्देनजर पुलिस को ‘पूरी तरह से सतर्क’ रहने का निर्देश दिया है। उन्होंने पुलिस को ईद-ए-मिलाद-उन-नबी जुलूस और शुक्रवार की नमाज के संबंध में सुरक्षा व्यवस्था कड़ी करने के साथ ही किसी भी असामान्य गतिविधि पर नजर रखने का निर्देश दिया है। जियो न्यूज ने बताया कि मस्तुंग में गत 15 दिन में यह दूसरा बड़ा धमाका है। इसी महीने की शुरुआत में मस्तुंग में ही हुए धमाके में 11 लोग मारे गए थे। मस्तुंग पिछले कई वर्षों से आतंकवादी हमलों का निशाना रहा है। जिले में जुलाई 2018 में हुए एक बड़े हमले में कम से कम 128 लोगों की मौत हो गयी थी। तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान ने संघीय सरकार के साथ संघर्षविराम खत्म कर दिया है और अपने आतंकवादियों को देशभर में हमले करने के आदेश दिए हैं।