नई दिल्ली : केंद्र सरकार ने 18 से 22 सितंबर के पांच दिनों के लिए संसद का विशेष सत्र (Special Session) बुलाया है। इस सत्र की शुरुआत 18 सितंबर को पुराने संसद भवन में होगी। लेकिन एक दिन बाद ही 19 सितंबर को गणेश चतुर्थी के शुभ अवसर पर संसदीय कामकाज हाल ही में बनकर तैयार हुए नए संसद भवन में शिफ्ट हो जाएगा। हालांकि संसद के इस विशेष सत्र का एजेंडा क्या होगा और इसे क्यों बुलाया गया है। इसकी जानकारी सरकार ने साझा नहीं की है। लेकिन कहा जा रहा है कि इस सत्र के दौरान केंद्र सरकार कुछ चौकाने वाले बिल प्रस्तुत कर सकती है।
अत्याधुनिक सुविधाओं से लैस है नई संसद, स्पेश भी है अधिक:
अगर हम नए संसद भवन की बात करें तो यह कई अत्याधुनिक सुविधाओं से लैस है। यह त्रिकोण के आकार का है और इसे सेंट्रल विस्टा परियोजना के तहत बनाया गया है। 862 करोड़ की लागत में बना यह नया संसद भवन 64,500 वर्ग मीटर में फैला हुआ है। इसमें पुराने संसद भवन के मुकाबले कहीं ज्यादा स्पेश है। इसमें लोकसभा में 888 और राज्यसभा में 384 सांसदों के बैठने की व्यवस्था है। जो पुराने संसद भवन के मुकाबले करीब डेढ़ गुना से भी ज्यादा है।
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इसी साल 28 मई को PM मोदी ने किया था उद्घाटन:
नए संसद भवन के निर्माण की आधारशीला पीएम मोदी ने 10 दिसंबर 2020 को रखी थी। जबकि इसका उद्घाटन इसी साल 28 मई को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने किया था। यानी की करी ढाई साल में यह बनकर तैयार हुआ है। सेंट्रल विस्टा परियोजना के तहत नई संसद भवन को बनाया गया है। इस परियोजना के तहत करीब 20 हजार करोड़ रुपए के प्रोजेक्ट पर काम चल रहा है। इसमें कई पूरा भी हो गया है।