पॉलिटिकल डेस्क : संसद का शीतकालीन सत्र (Parliament Winter Session) जारी है। गुरुवार को कांग्रेस के 9 सांसदों समेत कुल 13 सदस्यों के खिलाफ कार्रवाई हुई है। इन सभी सांसदों को लोकसभा से सस्पेंड कर दिया है। वे सत्र के बचे हुए हिस्सा में भाग नहीं ले पाएंगे। जिन सांसदों को सस्पेंड किया गया है, उनमें टीएन प्रतापन, हिबी इडेन, जोतिमणि, रम्या हरिदास और डीन कुरियांकोस समेत कई और नेता शामिल हैं। इन सांसदों को आसन के प्रति अनादर के कारण निलंबित किया गया। इससे पहले आज ही तृणमूल कांग्रेस के सांसद डेरेक ओ ब्रायन को राज्यसभा से सस्पेंड किया गया था।
Parliament Winter Session शुरू होते ही सांसद नारेबाजी करने लगे

गुरुवार को सदन की कार्यवाही 11 बजे शुरू हुई। जैसे ही स्पीकर ओम बिड़ला लोकसभा पहुंचे, तो विपक्षी सांसदों ने संसद की सुरक्षा को लेकर हंगामा करना शुरू कर दिया। उन्होंने गृहमंत्री अमित शाह के इस्तीफे की मांग की। ओम बिड़ला ने सभी को शांति बनाए रखने को कहा। उन्होंने कहा कि कल हुई घटना से सभी चिंतित हैं। ये घटना दुर्भाग्यपूर्ण थी और इस पर चर्चा की जाएगी।
उन्होंने सभी को विश्वास दिलाया कि लोकसभा अध्यक्ष होने के नाते सबकी सुरक्षा की जिम्मेदारी उनकी है। वहीं, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने लोकसभा में कहा कि सभी ने कल की घटना की निंदा की है। स्पीकर ने मामले का संज्ञान ले लिया है। हमें सतर्क रहना होगा कि हम संसद में दाखिल होने के लिए किसे पास मुहैया कराते हैं। सांसदों को ध्यान रखना होगा कि ऐसे लोगों को पास न दें, जो अराजक माहौल पैदा कर सकें। भविष्य में सारी सावधानी बरती जाएगी।
इस मुद्दे पर लोकसभा में सांसदों ने किया हंगामा

लोकसभा में विपक्षी सदस्यों ने संसद की सुरक्षा में चूक के मुद्दे पर सरकार से जवाब की मांग करते हुए गुरुवार को भारी हंगामा किया, जिसके कारण सदन की कार्यवाही दो बजकर करीब 10 मिनट पर तीन बजे तक के लिए स्थगित कर दी गई। (Parliament Winter Session) आसन की अवमानना करने के मामले में कांग्रेस के 9 सदस्यों टी एन प्रतापन, हिबी इडेन, जोथिमनी, राम्या हरिदास और डीन कुरियाकोस को चालू सत्र की शेष अवधि के लिए सदन से निलंबित कर दिया गया। सदन की बैठक शुरू हुई तो विपक्षी सदस्य पहले की तरह ही अपने स्थान पर खड़े होकर बुधवार की घटना को लेकर हंगामा करने लगे।
सदन भाजपा का पार्टी ऑफिस नहीं : अधीर रंजन
कांग्रेस सांसद अधीर रंजन चौधरी ने कहा कि संसद की सुरक्षा में चूक को लेकर गृह मंत्री अमित शाह को सदन में आकर बयान देना चाहिए। हमें दो-चार सवाल पूछने का मौका देना चाहिए। हमने एक दिन भी सदन की कार्यवाही में बाधा नहीं डाली है। सदन भाजपा का पार्टी ऑफिस नहीं है। सदन हम सबका है। क्या हमें कोई मांग करने का अधिकार नहीं है? राज्यसभा सांसद कपिल सिब्बल ने कहा कि यह चौंकाने वाली बात है। बीजेपी ने यही कल्चर डेवलप किया है। जैसे ही आप संसद में किसी बात का विरोध करते हैं, तो वे आपको बोलने नहीं देते। फिर हमारे सांसद होने और बहस में भाग लेने का क्या मतलब है।
लोकसभा सदस्यों की सुरक्षा में गंभीर चूक: प्रह्लाद जोशी

वहीं संसदीय कार्य मंत्री प्रह्लाद जोशी ने लोकसभा में कहा कि हम सब सहमत हैं कि बुधवार की दुर्भाग्यपूर्ण घटना लोकसभा सदस्यों की सुरक्षा में गंभीर चूक थी और इस मामले में लोकसभा अध्यक्ष के निर्देश पर उच्चस्तरीय जांच शुरू कर दी गई है। उन्होंने कहा, ‘इस मुद्दे पर किसी भी सदस्य से राजनीति की अपेक्षा नहीं की जाती, हमें दलगत राजनीति से ऊपर उठकर काम करना होगा। संसद में सुरक्षा में चूक की इस तरह की घटनाएं पहले भी होती रही हैं और उस समय के लोकसभा अध्यक्षों के निर्देशानुसार कार्यवाही चलाई जाती रही है।’
लोकसभा से निलंबित किए गए सांसदों के नाम
टीएन प्रतापन-कांग्रेस, हिबी ईडन-कांग्रेस, जोथिमनी-कांग्रेस, राम्या हरिदास-कांग्रेस, डीन कुरियाकोस-कांग्रेस, वीके श्रीकंदन-कांग्रेस, बेनी बहन-कांग्रेस, पीआर नटराजन-सीपीआई-एम, मोहम्मद जावेद-कांग्रेस, कनिमोझी-डीएमके, के सुब्रमण्यम, मणिकम टैगोर-कांग्रेस, एस वेंकटेशन-सीपीआई-एम|
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