पटना: बिहार की राजधानी पटना में कोरोना वायरस संक्रमण एक बार फिर चिंता का कारण बन गया है। पिछले 24 घंटे में जिले में चार नए संक्रमित मरीज मिले हैं, जिनमें एक 6 साल का बच्चा भी शामिल है। इन नए मामलों के साथ ही जिले में सक्रिय कोरोना मामलों की संख्या बढ़कर 34 हो गई है।
तेजी से फैल रहा संक्रमण, बुजुर्ग-बच्चे खतरे में
स्वास्थ्य विभाग के आंकड़ों के अनुसार, 24 में से अधिकांश मरीज होम आइसोलेशन में हैं और उनकी स्थिति स्थिर है। बीते 48 घंटे में कुल 6 नए केस दर्ज किए गए हैं, जबकि 10 मरीज ठीक भी हो चुके हैं।
बच्चों में संक्रमण की पुष्टि से बढ़ी चिंता
स्वास्थ्य अधिकारियों का मानना है कि संक्रमण का बच्चों तक पहुंचना यह संकेत देता है कि वायरस अब भी कम्युनिटी ट्रांसमिशन के स्तर पर मौजूद है। कमजोर इम्युनिटी वाले बुजुर्गों और बच्चों के लिए यह विशेष रूप से खतरनाक हो सकता है।
संक्रमित मरीज कहां से?
सिविल सर्जन डॉ. अविनाश कुमार सिंह ने बताया कि नए संक्रमितों में एक एक्जीबिशन रोड, एक मीठापुर, एक हनुमान नगर (वार्ड संख्या 44) का निवासी है
एक मरीज का पता फिलहाल स्पष्ट नहीं है। संक्रमित बच्चे का इलाज घर पर ही चल रहा है और उसकी नियमित मॉनिटरिंग की जा रही है।
रैपिड और RT-PCR टेस्टिंग तेज
कोरोना के बढ़ते हुए मरीजों को देखते हुए स्वास्थ्य विभाग की सतर्कता बढ़ गई है। जिले के प्रमुख स्वास्थ्य केंद्रों और अस्पतालों में रैपिड टेस्ट किट और RT-PCR किट की पर्याप्त व्यवस्था कर दी गई है।
होम आइसोलेशन की निगरानी
सिविल सर्जन के अनुसार टीमें फोन पर मरीजों से रोज संपर्क कर रही हैं। यदि किसी की हालत बिगड़ती है, तो अस्पताल में तत्काल भर्ती की व्यवस्था है।
विशेषज्ञों ने जताई चिंता, लापरवाही बनी वजह
वरिष्ठ चिकित्सक डॉ. दिवाकर तेजस्वी ने चेताया कि लोगों की लापरवाही, मास्क न पहनना और सोशल डिस्टेंसिंग का पालन न करना संक्रमण बढ़ने की मुख्य वजह हो सकती है। वायरस कभी पूरी तरह खत्म नहीं होगा। भीड़भाड़ वाली जगहों पर मास्क पहनना, हाथ धोना और सावधानी बरतना अभी भी जरूरी है।
पिछले दो हफ्तों में कोरोना का ट्रेंड
गत दो सप्ताह में धीरे-धीरे सक्रिय मामलों में बढ़ोतरी देखी गई है। पिछले सप्ताह यह संख्या लगभग 20 थी, जो अब बढ़कर 34 हो चुकी है। संक्रमितों के अधिकांश मामले आवासीय इलाकों से आ रहे हैं, जिससे संक्रमण के कम्युनिटी लेवल पर फैलने की आशंका जताई जा रही है। स्वास्थ्य विभाग इस बात की जांच कर रहा है कि कहीं इन मामलों में कोई नया वैरिएंट तो नहीं है।
जनता से अपील: सजग रहें, सतर्क रहें
आईजीआईएमएस की अधीक्षक डॉ. मनीष मंडल ने लोगों से अपील की है कि खांसी, जुकाम, बुखार, गले में खराश या सांस की तकलीफ हो तो तुरंत जांच कराएं। मास्क पहनें, हाथ साबुन से धोएं या सैनिटाइज करें, भीड़-भाड़ वाली जगहों से बचें।
बुजुर्गों और बच्चों का विशेष ध्यान रखें
डॉ. मनीष मंडल ने कहा कि कोरोना की स्थिति अभी चिंताजनक नहीं है, लेकिन लापरवाही भारी पड़ सकती है।